दथेड़ा में भ्रष्टाचार की आंच पर फिर जांच

सांसद के गोद लिए गांव दथेड़ा में भ्रष्टाचार के मामले में फिर से जांच शुरू हो गई है। जांच टीम ने शनिवार को मौके पर पहुंच जांच की। टीम ने बताया कि प्राथमिक जांच में निर्माण सामग्री की गुणवत्ता निम्न पाई गई है। आरोपों की विस्तृत जांच की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 08:01 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 08:01 PM (IST)
दथेड़ा में भ्रष्टाचार की आंच पर फिर जांच
दथेड़ा में भ्रष्टाचार की आंच पर फिर जांच

शामली, जेएनएन। सांसद के गोद लिए गांव दथेड़ा में भ्रष्टाचार के मामले में फिर से जांच शुरू हो गई है। जांच टीम ने शनिवार को मौके पर पहुंच जांच की। टीम ने बताया कि प्राथमिक जांच में निर्माण सामग्री की गुणवत्ता निम्न पाई गई है। आरोपों की विस्तृत जांच की जा रही है।

बता दें कि गांव निवासी अंकुर ने जिलाधिकारी समेत आला अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर गांव के विकास कार्यो में भारी घालमेल का आरोप लगाया था। इस मामले की चुनाव से पहले शिकायत की गई थी। उस समय जांच के लिए अधिकारी मौके पर पहुंचे थे, लेकिन तकनीकी जांच के लिए जेई नहीं होने के कारण जांच नहीं हो पाई थी। इसके बाद प्रदेश में पंचायत चुनाव शुरू हो गए। मामला ठंडे बस्ते में चला गया। दस दिन पहले शिकायतकर्ता अंकुर फिर डीएम के पास पहुंचे और मामले की जांच कराने का अनुरोध किया। इसके बाद डीएम ने दस दिनों के अंदर जांच कराने का आश्वासन दिया था। डीएम के निर्देशों पर ही शनिवार को एनआरएलएम के शैलेश व्यास के नेतृत्व में टीम गांव में पहुंची। टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की और ग्रामीणों से वार्ता भी की। टीम का कहना है कि निर्माण कार्यो में प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं पाई गई है।

हालांकि शिकायतकर्ता अंकुर का कहना है कि अफसरों ने जांच के दौरान पाया कि पूर्व प्रधान के कार्यकाल में बना नाला भी इन्हीं विकास कार्यो में शामिल कर दिया गया था। बने हुए नाले को दोबारा बना हुआ दिखाकर सरकारी पैसा हड़प लिया गया। यही नहीं सड़क से आश्रम तक का इंटरलाकिग का कार्य केवल कागजों में ही दर्ज था। मौके पर इस रास्ते पर खंड़जा बना हुआ है। जांच अधिकारी ने गांव में प्रवेश द्वार, खंडजा निर्माण, शव-दाह ग्रह और डस्टबिन की गुणवत्ता की भी जांच कराने का आश्वासन दिया है।

- सांसद ने गोद ले रखा है गांव कैराना सांसद प्रदीप चौधरी ने इस गांव को गोद ले रखा है। यहां विकास कायों को प्राथमिकता देकर इसे आदर्श गांव की श्रेणी में शामिल करने की तैयारी चल रही है। हालांकि यह विवाद सांसद के गांव को गोद लेने से पहले का है। सांसद ने पंचायत चुनाव से कुछ दिन पहले ही इस गांव को गोद लिया है।

इनका कहना है

आज गांव में विकास कार्यो में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने के लिए गए थे। कुछ कार्यो की जांच की गई। उनकी गुणवत्ता संतोषजनक नहीं पाई गई है। जांच अभी जारी है। विस्तृत जांच रिपोर्ट जल्द ही अफसरों को प्रेषित की जाएगी।

शैलेंद्र व्यास, जांच अधिकारी

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