घंटों तक रुक-रुककर होती रही बारिश, सभी फसलों को भारी नुकसान
जिले में रविवार सुबह से लेकर सोमवार दोपहर तक रुक-रुककर करीब 2
शामली, जेएनएन। जिले में रविवार सुबह से लेकर सोमवार दोपहर तक रुक-रुककर करीब 28 घंटे बारिश होती रही। रात में हवा भी थी तो गन्ने के साथ ही धान की पकी फसल गिर गई है। पहले से कटी धान की फसल के साथ ही सब्जियों की फसल को भी काफी नुकसान है। शाम तक भी बादल छाए हुए थे, लेकिन कुछ छटने के बाद हल्की धूप निकली।
धान की काफी फसल खेतों में कटी पड़ी है और बारिश होने से खेतों में काफी जलभराव हो गया है। दानों की चमक काफी कम होगी और अधिक समय तक संग्रह करने की क्षमता भी नहीं रहेगी। रविवार रात बारिश के साथ हवा भी रही। धान की पकी फसल गिर गई है। पूरी तरह पके दाने झड़कर गिर गए हैं और शेष फसल में भी कम चमक के साथ सड़न की समस्या बनेगी। गन्ने की फसल भी जिले में काफी स्थानों पर गिरी है। रिकवरी के साथ उत्पादन पर भी असर पड़ेगा। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने बताया कि मानसून इस बार अच्छा रहा था। बारिश थोड़ा विलंब से शुरू हुई, लेकिन धान के लिए पर्याप्त बारिश हुई थी। ऐसे में फसल काफी अच्छी थी और अधिक उत्पादन मिलने की संभावना लग रही थी, लेकिन बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
गन्ने की गिरी फसल में उत्पादन 10-15 फीसद कम मिलेगा। शरदकालीन गन्ने की बुवाई हाल ही में हुई। दस दिन पहले तक बुवाई वाली फसल का बारिश के कारण जमाव कम होगा। सब्जियों में गाजर, पत्ता गोभी, फूल गोभी, मूली, आलू की फसल को भी काफी नुकसान रहेगा। पौधों से फूल नीचे गिर गए हैं और फंगस की समस्या भी बनेगी।
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तापमान लुढका, मौसम में ठंडक
रविवार सुबह नौ बजे से बारिश शुरू हुई थी। रुक-रुककर सोमवार दोपहर एक बजे तक बारिश होती रही। कभी तेज, कभी हल्की तो कभी बूंदाबांदी हुई। तापमान में काफी कमी आई है। शनिवार को अधिकतम तापमान 34.8 और न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। रविवार को तापमान अधिकतम 25.7 और न्यूनतम 21.6 डिग्री सेल्सियस था। सोमवार को तापमान अधिकतम 21.8 और न्यूनतम 17.6 डिग्री सेल्सियस रहा।