रानी लक्ष्मीबाई और भाऊराव का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायी

शामली जेएनएन सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और भाऊराव देवरस की जयंती हर्षाेल्लास के साथ मनाई गई। दोनों के जीवन के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया गया और प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 06:08 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 06:08 PM (IST)
रानी लक्ष्मीबाई और भाऊराव का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायी
रानी लक्ष्मीबाई और भाऊराव का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायी

शामली, जेएनएन : सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और भाऊराव देवरस की जयंती हर्षाेल्लास के साथ मनाई गई। दोनों के जीवन के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया गया और प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना और रानी लक्ष्मीबाई व भाऊराव देवरस के चित्र पर पुष्प अर्पित कर हुआ। मुख्य अतिथि कथा वाचक बिजेंद्र शर्मा ने कहा कि इन दोनों का ही जीवन अनुकरणीय है। शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र देश का भविष्य हैं और हर किसी को राष्ट्र व समाज की सेवा का दायित्व निभाना चाहिए।

स्कूल के उप प्रधानाचार्य मलूक चंद ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के साथ लोहा लेकर अदम्य साहस दिखाया और अंग्रेजों को धूल चटाते हुए 23 वर्ष की आयु में अमूल्य बलिदान दिया। उनके बलिदान का प्रत्येक देशवासी ऋणी है। झांसी की रक्षा के लिए लक्ष्मीबाई ने सेना में महिलाओं की भर्ती भी की थी। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायी है।

मुख्य वक्ता आचार्य सोमदत्त आर्य ने कहा कि भाऊराव देवरस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्ष कार्यकर्ता थे। उन्होंने ही उत्तर प्रदेश में संघ के कार्य को प्रत्येक जिले में मजबूत करने का काम किया। वह कुशल संगठन शिल्पी थे। विद्या भारती (अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान) के देश में बड़ी संख्या में विद्यालय हैं, जिसमें लाखों बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसकी नींव भाऊराव ने ही गोरखपुर में सरस्वती शिशु मंदिर के माध्यम से रखी थी।

इस दौरान नीटू कश्यप, पूर्व प्रधान हिरनवाड़ा टीकाराम, मोहर सिंह, पवन कुमार, प्रमोद कुमार, पुष्पेंद्र कुमार, अशोक कुमार, अंकुर कुमार, राकेश कुमार, शेखर चौहान, योगेंद्र सैनी, नितिन कुमार, महेंद्र सिंह, अनिल कुमार, प्रदीप कुमार, अंकित भार्गव आदि मौजूद रहे।

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