गेहूं खरीद न होने पर हाईवे जाम, बेमियादी धरना शुरू

गेहूं खरीद नहीं होने पर भाकियू के नेतृत्व में किसानों ने पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर कलक्ट्रेट के बाहर जाम लगा दिया। साथ ही टैंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 10:57 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 10:57 PM (IST)
गेहूं खरीद न होने पर हाईवे जाम, बेमियादी धरना शुरू
गेहूं खरीद न होने पर हाईवे जाम, बेमियादी धरना शुरू

शामली, जागरण टीम। गेहूं खरीद नहीं होने पर भाकियू के नेतृत्व में किसानों ने पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर कलक्ट्रेट के बाहर जाम लगा दिया। साथ ही टैंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने व्यापारियों से खरीद की बात कही, लेकिन कम दाम मिलने के चलते सहमति नहीं बन सकी। इससे पहले किसानों ने बुधवार रात से कृषि उत्पादन मंडी समिति परिसर में धरना शुरू किया गया था।

जिले में 30 केंद्रों पर एक अप्रैल से लेकर 22 जून तक खरीद हुई। कृषि उत्पादन मंडी परिसर में खाद्य विभाग के क्रय केंद्र पर काफी किसान बुधवार को भी खड़े रहे थे। किसानों का कहना था कि पांच दिन से खड़े हैं, लेकिन पंजीकरण व टोकन होने के बाद भी गेहूं खरीद नहीं हुई। बुधवार रात भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान मंडी पहुंचे थे और धरना शुरू कर दिया था। रात में एसडीएम संदीप कुमार वार्ता के लिए आए थे, लेकिन सहमति नहीं बन सकी। उनका कहना था कि अब खरीद का पोर्टल बंद हो गया है। गुरुवार सुबह भाकियू के कई पदाधिकारी भी धरने में पहुंचे और दोपहर में एसडीएम संदीप कुमार और जिला खाद्य विपणन अधिकारी निहारिका सिंह किसानों से बात करने के लिए आए। किसानों ने दोनों अधिकारियों को धरने पर बैठा लिया। अधिकारियों ने कहा कि सरकारी केंद्र पर तो खरीद नहीं होगी, लेकिन व्यापारी गेहूं ले सकते हैं। मौके पर कुछ व्यापारियों को बुलाया गया, जो 1600 रुपये प्रति कुंतल की दर पर खरीदने को तैयार हुए। किसानों ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल है और पंजीकरण भी है तो कम पर बिक्री नहीं करेंगे। ऐसे में अधिकारी चले गए और इसके बाद किसानों ने गेहूं से लदे ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर कलक्ट्रेट की ओर कूच किया। सूचना पर कलक्ट्रेट का मुख्य गेट बंद कर दिया गया और बैरिकेडिग लगाकर पुलिस और पीएसी बल को तैनात कर दिया गया। किसानों ने ट्रैक्टर से बैरिकेडिग तोड़ने का प्रयास भी किया, लेकिन पुलिस ने समझा-बुझाकर ऐसा करने से रोका। इसके बाद किसान कलक्ट्रेट के बाहर सड़क पर बैठ गए और जाम लगा दिया। किसानों के प्रतिनिधि मंडल की जिलाधिकारी जसजीत कौर से भी वार्ता हुई, लेकिन किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर बेचने को तैयार नहीं हैं। वार्ता विफल होने पर किसानों ने टैंट लगाकर बेमियादी धरना शुरू कर दिया और पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर जाम लग गया। हालांकि शाम पांच बजे के बाद कलक्ट्रेट का मुख्यद्वार खोले जाने के बाद किसान हाईवे से उठकर कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए। इस दौरान भाकियू नगर अध्यक्ष योगेंद्र चौधरी, जितेंद्र कुमार, ओम सिंह, रकम सिंह, मोहर सिंह, अंकित कुमार, अरविद, रमेश, नरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे। इन्होंने कहा

पहले गेहूं खरीद की अंतिम तिथि 15 जून थी। इसके बाद 22 जून तक अवधि बढ़ाई गई थी। खरीद का पूरा सिस्टम आनलाइन है और अब पोर्टल बंद हो चुका है। ऐसे में बीच का रास्ता निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

-जसजीत कौर, जिलाधिकारी, शामली

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