जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार उठाएं मजबूत कदम
शामली जेएनएन। युवा एकता समिति ने जनसंख्या कानून बनाने की पुरजोर वकालत की हैं। जनसंख्या नियंत्रण कानून के लाभों व वृद्धि से होने वालें नुकसानों से रूबरू कराते हुए युवाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से कानून बनाने की मांग की हैं। इसके लिए पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा हैं।
शामली, जेएनएन।
युवा एकता समिति ने जनसंख्या कानून बनाने की पुरजोर वकालत की हैं। जनसंख्या नियंत्रण कानून के लाभों व वृद्धि से होने वालें नुकसानों से रूबरू कराते हुए युवाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से कानून बनाने की मांग की हैं। इसके लिए पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा हैं। युवाओं ने साफ किया कि जनसंख्या वृद्धि के कारण अनेकों मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं।
शुक्रवार को जलालाबाद में युवा एकता समिति की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजकर जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाने की मांग की गईं। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में जनसंख्या एक समस्या ही नहीं, ब्लकि अभिशाप बन गई है। वर्तमान समय में देश की बढ़ती जनसंख्या के कानून की आवश्यकता हो गई है। इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की, कि कोरोना काल में खाद्यान्न संकट व बेरोजगारी की समस्याएं अधिक जनसंख्या होने के कारण भी ज्यादा हो रही है। ऐसे में जनसंख्या को नियंत्रण करना बहुत जरूरी है ताकि लगातार बढ़ रही महंगाई, बेरोजगारी पर नियंत्रण लग सके। ज्ञापन भेजने वालों में मोनू ठाकुर, अमित सेनी, हामिद, विशाल सैनी सचिन आदि शामिल रहे।
1522 लोगों की जांच, नहीं मिला शामली : जिले में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण का कोई केस नहीं मिला है। स्वास्थ्य विभाग ने जांच की गति बढ़ाई है और 1500 से अधिक लोगों की एंटिजन जांच हुई।
मार्च में हर दिन कोरोना केस सामने आ रहे थे। चार दिन में 12 केस मिलने से चिता तो बढ़ी है, लेकिन शुक्रवार को एक भी केस नहीं मिलने से थोड़ी राहत जरूर मिली है। कुल संक्रमितों की संख्या 3669 हैं। सक्रिय केस 15 हैं, जिनमें से तीन जम्मू के अस्पताल में आइसोलेट हैं। जिले में 12 संक्रमित घर में ही आइसोलेट किए गए हैं। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बताया कि संक्रमितों के संपर्क में आने वालों को चिहिन्त कर जांच कराई जा रही है। वहीं, सीएमओ डा. संजय अग्रवाल ने बताया कि घर में आइसोलेट संक्रमितों व क्वारंटाइन परिवार के सदस्यों की निगरानी की जा रही है। हालांकि अब घर पर स्टीकर लगाने की व्यवस्था नहीं है।