किसानों की समस्या से सरकार को नहीं सरोकार

किसान यूनियन की गांव कुड़ाना में बैठक हुई और किसान आंदोलन गन्ना भुगतान समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चे (एसकेएम) के आह्वान किए जाने वाले पुतला दहन को लेकर रणनीति बनाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 10:10 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 10:10 PM (IST)
किसानों की समस्या से सरकार को नहीं सरोकार
किसानों की समस्या से सरकार को नहीं सरोकार

शामली, जागरण टीम। किसान यूनियन की गांव कुड़ाना में बैठक हुई और किसान आंदोलन, गन्ना भुगतान समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चे (एसकेएम) के आह्वान किए जाने वाले पुतला दहन को लेकर रणनीति बनाई गई।

किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक ने कहा कि किसानों को कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन करते हुए दस माह से अधिक हो गए हैं, लेकिन सरकार को कोई सरोकार नहीं है। पूंजीपतियों के हित में बनाए कानूनों को सरकार वापस नहीं लेना चाहती है। लखीमपुर खीरी की घटना के बाद किसानों में सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ा है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को अब तक बर्खास्त नहीं किया गया। संयुक्त किसान मोर्चे ने 16 अक्टूबर को पुतला फूंकने का कार्यक्रम तय किया है। शांतिपूर्वक तरीके से पुतले फूंके जाएंगे। गन्ने के बकाये का भुगतान अब तक नहीं हुआ है। उत्पादन लागत की बढ़ोत्तरी के सापेक्ष बहुत कम गन्ना मूल्य सरकार ने बढ़ाया है। बेसहारा गोवंशी की समस्या से भी किसान परेशान हैं। यूनियन के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने कहा कि आज पूरे देश का किसान परेशान है। सरकार किसानों की नहीं सुनेगी तो आगामी चुनाव में वोट की चोट दी जाएगी। इस दौरान जयपाल सिंह, ऋषि पाल मलिक , भारत, सुखपाल सिंह, अजब सिंह, सुशील मलिक आदि मौजूद रहे। ब्याज समेत हो भुगतान

शामली: भारतीय गन्ना किसान संघ की मेरठ रोड स्थित कार्यालय में बैठक हुई। संगठन के अध्यक्ष अनिल मलिक ने कहा कि नया पेराई सत्र शुरू होने वाला है। लेकिन बकाया भुगतान अब तक नहीं हो सका है। सरकार के दावे कुछ और हैं और हकीकत कुछ और। अगर सरकार को वास्तव में किसानों की चिता है तो संपूर्ण भुगतान ब्याज समेत कराया जाए। किसानों की समस्याओं को लेकर जल्द आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। -जासं नालों की नियमित हो सफाई

शामली: सभासद अनिल उपाध्याय ने नगर पालिका प्रशासन से बड़े नाले की नियमित सफाई कराने की मांग की है। उनका कहना है कि नालों के गंदगी से अटे रहने की कारण मच्छरों का प्रकोप अधिक है, जिससे लोगों के बीमार होने का खतरा है। उन्होंने फागिग में प्रभावी तरीके से कराने की मांग की है।- जासं

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