सिस्टम में रेंग रहे कीड़े, सड़ गई व्यवस्था

भाजपा सरकार बनने के बाद कांधला के लोगों ने सोचा था कि अब उनके अच्छे दिन आएंगे। सबकुछ बेहतर होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्वास्थ्य विभाग सेवाएं बेहतर देना तो दूर खुद बीमार नजर आ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Jul 2019 10:45 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jul 2019 06:25 AM (IST)
सिस्टम में रेंग रहे कीड़े, सड़ गई व्यवस्था
सिस्टम में रेंग रहे कीड़े, सड़ गई व्यवस्था

शामली, जेएनएन।

भाजपा सरकार बनने के बाद कांधला के लोगों ने सोचा था कि अब उनके अच्छे दिन आएंगे। सबकुछ बेहतर होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्वास्थ्य विभाग सेवाएं बेहतर देना तो दूर खुद बीमार नजर आ रहा है। कस्बे के राजकीय अस्पताल में मरीजों का इलाज करने के बजाए खुद ही गंदगी की बीमारी से जूझ रहा है। अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर न पीने को सुध पानी है, और न ही इलाज के लिए दवाई। मरीजों को बाहर से दवाई खरीदनी पड़ रही है। जिससे साफ है कि सिस्टम ही लापरवाह है और व्यवस्था तो पूरी तरह से धड़ाम हो चुकी है।

कस्बे के कैराना रोड स्थित राजकीय अस्पताल में आए दिन इलाज के लिए कस्बा व देहात क्षेत्र से सैकड़ों बीमार लोग अपना इलाज कराने के लिए आते है। केंद्र व राज्य सरकारी बीमार लोगों को सुविधाएं देने के लिए करोड़ों रुपया पानी की तरह से बहा रही है। कस्बे के राजकीय अस्पताल में गंदगी के अंबार लगे हुए है। मुख्य मार्ग पर गंदा पानी भरा हुआ है, जिस पर मच्छर तैर रहे है। ऐसे में मरीजों का इलाज करने वाला अस्पताल खुद ही बीमारी की हालत में नजर आ रहा है। मरीजों की माने तो अस्पताल में इलाज के लिए दवाई भी नहीं मिल पा रही है। आरोप है कि डाक्टर बाहर के मेडिकल स्टोरों से दवाई मंगवा रहे है। ऐसे में गरीब लोगों को इलाज कराना मुश्किल हो रहा है। शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हो पा रही है। अस्पताल के स्टाप की माने तो सफाई के लिए कई सफाई कर्मी है, मौके पर पड़ी गंदगी सफाईकर्मियों की पोल खोलकर रख रहे है। अस्पताल में पीने के लिए मरीजों को पानी भी नही मिल पा रहा है। चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर रमेश चंद्रा का कहना है कि बाहर के स्टोरों से दवाई लिखने का मामला सामने नही आया है। अगर ऐसा मामला सामने आता है तो संबंधित चिकित्सक से जवाब तलब किया जाएगा।

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