फंकी-पुड़िया, पनियारी-पाइप के कोडवर्ड से बिक रहा नशा

हरियाणा की सीमा से सटा होने के कारण जिले के लोगों को सस्ते नशे की लत लग गई है। विशेष तौर पर युवा वर्ग की हालत चितनीय है। अवैध रूप से हरियाणा से लाकर जिले में कोर्ड वर्ड से नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं। कैराना कांधला झिझाना क्षेत्र व शामली का एक मोहल्ला सरवरपीर-बरखंडी में ये नशीले पदार्थ धड़ल्ले से बिक रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 06:02 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 06:02 AM (IST)
फंकी-पुड़िया, पनियारी-पाइप के कोडवर्ड से बिक रहा नशा
फंकी-पुड़िया, पनियारी-पाइप के कोडवर्ड से बिक रहा नशा

शामली, जागरण टीम। हरियाणा की सीमा से सटा होने के कारण जिले के लोगों को सस्ते नशे की लत लग गई है। विशेष तौर पर युवा वर्ग की हालत चितनीय है। अवैध रूप से हरियाणा से लाकर जिले में कोर्ड वर्ड से नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं। कैराना, कांधला, झिझाना क्षेत्र व शामली का एक मोहल्ला सरवरपीर-बरखंडी में ये नशीले पदार्थ धड़ल्ले से बिक रहे हैं।

जिले में नशे का कारोबार करने वाले रातों रात करोड़पति बनने की चाह में खुल कर नशे का कारोबार कर रहे हैं। इनमें पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाएं भी शामिल हैं। हर कस्बे व क्षेत्र में अलग अलग नशे की प्रवृत्ति है। नशे के कारोबारियों के निशाने पर बुजुर्ग या अधेड़ आयु वाले नहीं, बल्कि युवा वर्ग ज्यादा है।

-----

हर क्षेत्र का अलग नशा

हरियाणा की सीमा से सटे झिझाना व कांधला क्षेत्र में अफीम के डोडा को फंकी, कच्ची शराब को पनियारी कहा जाता है। कैराना में स्मैक खूब बिक रही है। वहां स्मैक को पुड़िया कहते है। शामली में स्मैक व चरस, थानाभवन व बाबरी में सुल्फा व चरस ज्यादा बिकती है। जिले में भांग के ठेकों पर भांग की आड़ में सूखे नशे का अवैध कारोबार किया जा रहा है।

इसके अलावा भी जिले में पाइप का नशा भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। युवाओं ने नशीले इंजेक्शन को पाइप का कोर्ड वर्ड दिया है। इंजेक्शन व नशीली गोली मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल रही है।

------

बरेली-पीलीभीत से आती है नशे की खेप

जिले में सूखे नशे का कारोबार करने वाले माफियाओं के तार नेपाल, पीलीभीत व बरेली से जुड़े हुए हैं। लगभग दो साल पहले बरेली में कैराना निवासी दो युवक ट्रक में चरस की बडी खेप लाते समय पकड़े गए थे। उन्होंने खेप कैराना में लाया जाना स्वीकार किया था। इसके बाद पीलीभीत से कार में लाई जा रही चरस मुरादाबाद में पुलिस ने पकड़ी थी। पिछले साल एक डीसीएम में नेपाल से काधला में चरस लाई जा रही थी। इस खेप को शामली कोतवाली पुलिस ने पकड़ा था। दो कुंतल चरस बरामद कर चालक सहित कई लोग पकड़े जा चुके हैं।

----

काधला निवासी था कारोबार का मास्टर माइंड

जिले में सूखे नशे का कारोबार पिछले कई सालों से चलाया जा रहा है। काधला और कैराना वह इलाके हैं जहा पर स्मैक, चरस का बड़ा कारोबार होता रहा है। काधला निवासी एक व्यक्ति व चरस की बड़ी खेप पकड़े जाने के बाद यह मामला सामने आया था। उक्त व्यक्ति इस धंधे का मास्टर माइंड था। कैराना में स्मैक के साथ एक नहीं दर्जनों युवक पकड़कर पुलिस जेल भेज चुकी है।

-----

ट्रक-कार द्वारा लाई जाती है खेप

जनपद व पड़ोसी प्रदेश हरियाणा के काफी ट्रक-कार चालक ऐसे हैं जो शामली से गुजरते हुए पीलीभीत से होकर नेपाल जाते हैं। इन ट्रकों व कारों को नशीले पदार्थ का परिवहन करने का माध्यम बनाया जाता है। माल की डिलीवरी ये जगह-जगह करते हुए आगे बढ़ते जाते हैं।

-----

इन्होंने कहा

नशा का कारोबार करने वालों के खिलाफ अभियान चलाए जाते रहे हैं। इसी वर्ष में दो कुंतल से ज्यादा चरस, तस्करी की शराब, कच्ची शराब बरामद कर तीन दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।

-सुकीर्ति माधव, एसपी। पुलिस की मदद से नशे के कारोबारियों की धरपकड़ के लिए कार्रवाई की जाती रही है। वर्तमान में भी दीपावली पर्व के मद्देनजर विशेष अभियान चलाया जा रहा है

-कुंवरपाल सिंह, जिला आबकारी अधिकारी।

chat bot
आपका साथी