मोहल्ला समितियों का गठन शुरू, कचरे का होगा निस्तारण
शामली जेएनएन। कचरे के निस्तारण के लिए मोहल्ला समितियां गठन करने के लिए कसरत शुरू हो
शामली, जेएनएन।
कचरे के निस्तारण के लिए मोहल्ला समितियां गठन करने के लिए कसरत शुरू हो गई है। आइटीसी और इंडियन डेवलेपमेंट सेंटर (आइडीसी) के साथ मिलकर नगरपालिका वार्डो में बैठक कर लोगों को जागरूक कर रही है। कई मोहल्ला समितियों का गठन भी कराया जा चुका है।
नगर पालिका के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक आदेश सैनी ने बताया कि 250 घरों पर एक मोहल्ला समिति का गठन होगा। उक्त घरों से निकलने वाले कचरे के निस्तारण की जिम्मेदारी समिति की होगी। कंपोस्ट बनाने के लिए हर मोहल्ले में 24 से 27 वर्ग फीट का स्थान निर्धारित किया जाएगा।
समिति की जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना भी होगा कि सभी घरों को कचरा कंपोस्टर में ही डाला जाए। छह मोहल्ला समितियों का गठन कर लिया गया है और पूरे शहर में यह कार्य किया जाएगा। इसके बाद आगे के काम शुरू होंगे। वहीं, सूखे-गीले कचरे को अलग-अलग एकत्र करने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। बता दें कि फरवरी माह में आइटीसी और आइडीसी के तत्वावधान में नगर पालिका के कर्मचारियों को मोहल्ला समिति के गठन, कचरे के निस्तारण-प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया था।
इस दौरान नगर पालिका के लिपिक सुभाष चंद, निकेश कुमार, शशिकांत पालीवाल, दीपक चंद्रा, मनीष सौदाई, विनोद कंडेरा, जाकिर हुसैन, धर्मेंद्र, प्रदीप मायूस, प्रवीण कुमार आदि मौजूद रहे।
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शुल्क निर्धारित करने का होगा समिति को अधिकार
शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रह का कार्य एक एजेंसी कर रही है, जिसका नगर पालिका से करार है। फिलहाल जनता से शुल्क नहीं लिया जाता है और पालिका ही खर्च वहन करती है। मोहल्ला समितियां जब पूरी तरह काम करना शुरू कर देंगी तो पूरे अधिकार समिति के पास होंगे। कूड़ा संग्रह, कंपोस्ट बनाने आदि आने वाले खर्च के हिसाब से समिति शुल्क का निर्धारण कर सकेगी और कंपोस्ट की बिक्री से समिति को आर्थिक लाभ भी होगा।