मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने भरी हुंकार, किया प्रदर्शन
गांव लांक व हसनपुर के ग्रामीणों ने मेरठ-करनाल मार्ग से सटी भूमि पर कब्जे का आरोप लगाया है। किसानों ने दो टूक कहा कि चकबंदी विभाग चौड़ीकरण के नाम पर कब्जा कर रहा है। वहीं उन्हें कोई मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है।
शामली, जागरण टीम। गांव लांक व हसनपुर के ग्रामीणों ने मेरठ-करनाल मार्ग से सटी भूमि पर कब्जे का आरोप लगाया है। किसानों ने दो टूक कहा कि चकबंदी विभाग चौड़ीकरण के नाम पर कब्जा कर रहा है। वहीं उन्हें कोई मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है।
सोमवार को कलक्ट्रेट में गांव लांक व हसनपुर के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। डीएम जसजीत कौर को प्रार्थना पत्र देते हुए किसानों ने बताया कि उनकी भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग 709ए मेरठ-करनाल राजमार्ग से सटी हुई है। उनके गांव में चकबंदी प्रक्रिया चल रही है। राजमार्ग की चौड़ाई केवल 35 फीट चकबंदी विभाग के अनुसार है, लेकिन मार्ग के चौड़ीकरण के लिए किसानों की भूमि पर 82 फीट तक विभाग द्वारा कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने इस संबंध में कई बार डीएम व एडीएम के यहां प्रार्थना पत्र भी दिए लेकिन आज तक भी उनकी अधिग्रहित की गई भूमि का मुआवजा नहीं दिया गया। उन्होंने अधिग्रहित की भूमि का मुआवजा दिलाने की मांग की है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान लांक बाबूराम, नरेश, जसबीर, मांगेराम, सतबीर मलिक, अशोक कुमार, अनुज कुमार, इकबाल सिंह, राजकुमार, सहेंद्र, ओमबीर, सुरेंद्र, हरेंद्र, अरविद, संजीव मलिक, रणबीर, विनोद, अजय मलिक, सुनील, अरविद, अशोक, नीरज, नौबत सिंह, दीपक, संजीव, नीटू आदि किसान मौजूद रहे।
दूसरी ओर गांव केरटू के किसानों ने भी डीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उनके मकान व दुकान राष्ट्रीय राजमार्ग 709 ए से सटे हुए हैं। उक्त मार्ग के चौड़ीकरण के कारण उनके मकान व भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। उक्त मार्ग पर इससे पूर्व कोई अधिग्रहण नहीं हुआ, इसलिए राजस्व सजरे के अनुसार उक्त मार्ग की चौड़ाई केवल 46 फीट है। उन्होंने अधिग्रहित भूमि, मकान व दुकान का मुआवजा दिलाने की मांग की है। इस मौके पर कविराज, रोहित, मनोज, राजेंद्र, अशोक, सुरेन्द्र चैधरी आदि मौजूद रहे। वहीं गांव सींगरा व अहमदगढ़ के किसानों ने भी मुआवजा दिलाने की मांग की है।