जोश से लबरेज रहे किसान, नारेबाजी करते हुए महापंचायत में हुए शामिल

मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत में जिले से बड़ी संख्या में किसान पहुंचे। साथ ही हरियाणा और पंजाब के किसान भी शामली से होकर गुजरे। बाहर से आने वाले किसानों के खाना-नाश्ते का विभिन्न स्थानों पर प्रबंध किया गया था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 10:59 PM (IST)
जोश से लबरेज रहे किसान, नारेबाजी करते हुए महापंचायत में हुए शामिल
जोश से लबरेज रहे किसान, नारेबाजी करते हुए महापंचायत में हुए शामिल

शामली, जागरण टीम। मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत में जिले से बड़ी संख्या में किसान पहुंचे। साथ ही हरियाणा और पंजाब के किसान भी शामली से होकर गुजरे। बाहर से आने वाले किसानों के खाना-नाश्ते का विभिन्न स्थानों पर प्रबंध किया गया था। दोपहर बाद किसानों का वापस लौटने का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर रात तक चलता रहा।

महापंचायत में शामिल होने के लिए हरियाणा और पंजाब के किसान शनिवार सुबह से ही आने लगे थे। शाम के बाद संख्या बढ़ती चली गई। रविवार सुबह तो किसानों का रैला नजर आ रहा था। क्योंकि जिले के किसान भी मुजफ्फरनगर के लिए चल दिए थे। तमाम किसान घरों से रोटी, सब्जी, पूरी आदि लेकर गए। साथ ही खाप, भाकियू और तमाम किसानों की ओर से विभिन्न स्थानों पर भंडारों की व्यवस्था की गई थी। कहीं पर खाने का प्रबंध था तो कहीं पर फल और पानी का वितरण हुआ।

भाकियू के काफी पदाधिकारी महापंचायत में शामिल न होकर जिले में व्यवस्था संभालने में जुटे थे। ब्लाक अध्यक्ष दीपक शर्मा, नगर अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने विजय चौक पर किसानों का स्वागत भी किया। समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर भी कार्यकर्ताओं ने जलपान की व्यवस्था की हुई थी।

दोपहर में 12 बजे तक किसान मुजफ्फरनगर की ओर ही जाते रहे। काफी किसान मुजफ्फरनगर शहर और आसपास जाम को देखकर वापस लौट गए। महापंचायत खत्म होने के कुछ देर बाद ही शामली में वाहनों की आवाजाही बढ़ गई। क्योंकि किसान वापस आना शुरू हो गए थे। रविवार को शहर में साप्ताहिक बंदी होती है। इसलिए अन्य वाहनों का दबाव कम था, जिससे जाम की स्थिति नहीं बनी। वापसी में भी किसान नारेबाजी करते हुए आ रहे थे। ट्रैक्टरों एवं वाहनों पर गाने भी बज रहे थे। भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान ने बताया कि महापंचायत ऐतिहासिक रही।

शामली के किसानों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की है। किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक ने कहा कि महापंचायत में 27 सितंबर को भारत बंद की घोषणा हुई, जिसे सफल बनाने के लिए सभी संगठन जल्द जनसंपर्क शुरू कर देंगे। किसान अपने हक और मान-सम्मान की इस लड़ाई को जीतकर रहेंगे।

chat bot
आपका साथी