किसान अब आलू पर लगा रहे दांव

शामली जेएनएन धान में जिले में सुगंधित बासमती की फसल सर्वाधिक रही और दाम पिछले साल के मुकाबले काफी कम मिले। यानी मुनाफे की उम्मीदों पर पानी फिरा। आलू बाजार में महंगा है तो काफी किसानों ने अब आलू पर दांव लगाया है। जिले में काफी किसान आलू की बुवाई करने में जुटे हैं। निश्चित रूप से इस बार रकबा बढ़ेगा लेकिन दिवाली के बाद ही आंकड़ा स्पष्ट होगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 06:09 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 06:09 PM (IST)
किसान अब आलू पर लगा रहे दांव
किसान अब आलू पर लगा रहे दांव

शामली, जेएनएन : धान में जिले में सुगंधित बासमती की फसल सर्वाधिक रही और दाम पिछले साल के मुकाबले काफी कम मिले। यानी मुनाफे की उम्मीदों पर पानी फिरा। आलू बाजार में महंगा है तो काफी किसानों ने अब आलू पर दांव लगाया है। जिले में काफी किसान आलू की बुवाई करने में जुटे हैं। निश्चित रूप से इस बार रकबा बढ़ेगा, लेकिन दिवाली के बाद ही आंकड़ा स्पष्ट होगा।

लाकडाउन में सब्जियों की मांग बेहद कम हो गई थी। किसानों को बेहद कम दाम मिले थे और मंडियों में उठान भी मुश्किल हो रहा था। काफी किसानों ने खुद ही फसल को नष्ट कर दिया था। सब्जियों में हुए नुकसान के बाद धान पर दांव लगाया था। जिले में 636 हेक्टेयर धान का क्षेत्रफल बढ़ा था। 20 हजार हेक्टेयर में सुगंधित बासमती और 1172 हेक्टेयर में मोटे धान की फसल रही। मोटे धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य होता है, लेकिन बासमती का नहीं। हरियाणा की मंडियों में किसान धान लेकर जा रहे हैं और पिछले साल के मुकाबले काफी कम दाम पर बिक्री हो रही है। पिछले काफी समय से आलू का भाव फुटकर में 40 रुपये किलो ही चल रहा है। किसान तेज भाव को देखते हुए आलू पर दांव लगा रहे हैं। इस बार आलू का बीज भी काफी महंगा मिला है। गत वर्ष 1400 से दो हजार रुपये प्रति कुंतल का भाव था, लेकिन इस बार 2500 से चार हजार रुपये प्रतिकुंतल का भाव रहा। किसानों को उम्मीद है कि उनकी फसल तैयार होने तक भी भाव बढि़या रहेगा और मुनाफा मिलेगा।

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ठेके पर जमीन ले रहे

आलू की फसल के किसान ठेके पर जमीन ले रहे हैं। आमतौर पर छह से सात हजार रुपये प्रतिबीघा एक वर्ष के लिए जमीन मिल जाती है। लेकिन सिर्फ आलू की फसल के लिए पांच से छह हजार रुपये प्रतिबीघा की दर पर ठेके पर जमीन ली जा रही है। जलालाबाद के किसान साजिद चौधरी ने बताया कि अपनी जमीन के साथ ही ठेके पर भी जमीन लेकर आलू की बुवाई कर दी है। एक तरह से बड़ा रिस्क है। हालांकि उम्मीद है कि अच्छा भाव मिलेगा। लेकिन चिता है ही। क्योंकि काफी अधिक किसान आलू की बुवाई कर रहे हैं।

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92 कुंतल बीज का किया वितरण

उद्यान विभाग ने किसानों को 92 कुंतल आलू के बीज का वितरण किया है। जिला उद्यान अधिकारी हरित कुमार ने बताया कि करीब मांग तो करीब 500 कुंतल की थी, लेकिन शासन से सौ कुंतल ही बीज मिला। लेकिन आलू की छटाई के बाद 92 कुंतल का वितरण हुआ है। जिले में कलस्टर बनाते हुए आठ किसानों को बीज का वितरण लाटरी से किया गया है। आलू की फसल गत वर्ष 1215 हेक्टेयर में थी, लेकिन इस बार रकबा बढ़ेगा।

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कोल्ड स्टोर में 8700 मीट्रिक टन आलू

जिला उद्यान अधिकारी हरित कुमार ने बताया कि जिले में सात कोल्ड स्टोर हैं। सभी में कुल 12244 मीट्रिक टन आलू था और अब तक 8700 मीट्रिक टन की निकासी हो गई है। स्टोर संचालकों को 31 अक्टूबर तक पूरे आलू की निकासी कराने के निर्देश दिए हैं।

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बोले किसान

बासमती धान के दाम कम मिले हैं। अब आलू की बुवाई की है। आलू का बीज में पिछले सालों के मुकाबले दोगुने दाम पर मिला है। अगर दाम सही नहीं मिले तो भारी नुकसान होगा।

-सुनील कुमार आलू के दाम काफी समय से महंगे ही हैं। इसलिए आलू की बुवाई की है। आलू का भाव ठीक है। उम्मीद है कि फसल तैयार होने तक भी अच्छा दाम रहेगा।

-प्रदीप नायक

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