सिघु बार्डर पहुंची किसान ट्रैक्टर यात्रा

किसान ट्रैक्टर यात्रा सिघु बार्डर पहुंची और यहां पर डटे हरियाणा-पंजाब के किसानों का मनोबल बढ़ाया गया। साथ ही किसानों ने हक मिलने तक आंदोलन मजबूती के साथ जारी रखने की बात कही।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 10:54 PM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 10:54 PM (IST)
सिघु बार्डर पहुंची किसान ट्रैक्टर यात्रा
सिघु बार्डर पहुंची किसान ट्रैक्टर यात्रा

शामली, जागरण टीम। किसान ट्रैक्टर यात्रा सिघु बार्डर पहुंची और यहां पर डटे हरियाणा-पंजाब के किसानों का मनोबल बढ़ाया गया। साथ ही किसानों ने हक मिलने तक आंदोलन मजबूती के साथ जारी रखने की बात कही।

भाकियू के बैनर तले शुक्रवार को जिले के किसान सिघु बार्डर के लिए रवाना हुए थे। भाकियू युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत भी कांधला से किसान ट्रैक्टर यात्रा में शामिल हो गए थे। रात में बागपत के बिराल स्थित टोल प्लाजा पर किसानों का कब्जा रहा। बागपत के किसानों ने रहने-खाने की सभी व्यवस्था की हुई थी। शनिवार सुबह भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान सिघु बार्डर के लिए रवाना हुए।

शाम चार बजे बार्डर पर पहुंचे और हरियाणा-पंजाब के किसानों को समर्थन दिया। भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश किसान गाजीपुर बार्डर पर ही जाते हैं। सहारनपुर-मुजफ्फरनगर से भी जून में किसान ट्रैक्टर लेकर गाजीपुर बार्डर गए थे। लेकिन इस बार शामली और बागपत के किसान सिघु बार्डर आए। राकेश टिकैत समेत तमाम किसान नेताओं ने अपने विचार रखे। सभी किसान एकजुट हैं और एक-दूसरे के लिए हर वक्त तैयार हैं। उन्होंने बताया कि देर शाम कुछ किसान वापस चल दिए हैं और कुछ किसान रविवार सुबह वापस आएंगे। सिघु बार्डर से भी किसान गाजीपुर बार्डर जाते रहते हैं। वहीं, युवा किसान नेता राजन जावला ने बताया की किसान पिछले सात महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं और सरकार किसान विरोधी कानून को वापस नहीं ले रही है। उत्तर प्रदेश के किसानों को गन्ने का बकाया भुगतान भी नहीं मिल रहा है। अगर सरकार किसानों की समस्या का समाधान नहीं करतीं तो एक अगस्त से उत्तर प्रदेश में बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।

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