दिल्ली कूच से पहले किसान नेता नजरबंद
कृषि कानून के विरोध में दिल्ली कूच करने से पहले ही किसान नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। पुलिस और खुफिया विभाग अलर्ट रहा। किसान नेताओं की गतिविधियों पर पूरी नजर रही।
शामली, जेएनएन। कृषि कानून के विरोध में दिल्ली कूच करने से पहले ही किसान नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। पुलिस और खुफिया विभाग अलर्ट रहा। किसान नेताओं की गतिविधियों पर पूरी नजर रही। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने शुक्रवार को मेरठ-करनाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर झिझाना में गाड़ीवाला चौराहे पर चक्का जाम करने का एलान किया है।
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर गुरुवार सुबह से ही पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा। किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक ने 50 किसानों के साथ दिल्ली कूच करने का एलान किया था। उनके घर से निकलने से पहले ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया। कोरोना के प्रकोप का हवाला देते हुए दिल्ली न जाने की अपील की। सवित मलिक ने कहा कि सरकार कृषि कानून में बदलाव करे। न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दी जाए, असीमित भंडारण का प्रावधान न हो और ठेके पर खेती के मामले में किसान को कोर्ट जाने का हक दिया जाए। डांगरौल निवासी युवा किसान नेता राजन जावला भी कई किसानों के साथ दिल्ली जाने की योजना बना रहे थे। भभीसा चौकी प्रभारी मुनेंद्र सिंह उनके घर पहुंच गए और नजरबंद कर दिया। राजन जावला ने कहा कि किसान लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने दिल्ली जा रहे हैं, लेकिन सरकार किसानों से यह हक भी छीन रही है। किसान सुधीर कुमार, बलवीर सिंह, रोहताश सिंह, सुरेश, सुशील, सहेंद्र सिंह, सोहनवीर सिंह आदि नजरबंद होने वालों में शामिल रहे।
-भाकियू का आज सुबह 11 बजे से चक्का जाम
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान ने बताया कि संगठन देश के किसानों के साथ है। दिल्ली जाने वाले किसानों पर पानी की बौछार का प्रयोग किया गया। सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने में क्या दिक्कत है। शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर राष्ट्रीय राजमार्गो पर चक्का जाम करने का निर्णय लिया है। झिझाना के गाड़ीवाला चौराहे पर सुबह 11 बजे से जाम लगाया जाएगा।