किराया हुआ दोगुना, पैसेंजर बन गई मेल

शामली जेएनएन डीजल के दाम बढ़ने का असर केवल निजी वाहन चालकों पर ही नहीं हुआ है। सार्वजनिक वाहनों से चलने वाले यात्रियों पर भी इसकी मार पड़ी है। दिल्ली-शामली-सहारनपुर पैसेंजर को अब मेल के नाम से चलाया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 10:20 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 10:20 PM (IST)
किराया हुआ दोगुना, पैसेंजर बन गई मेल
किराया हुआ दोगुना, पैसेंजर बन गई मेल

शामली, जेएनएन: डीजल के दाम बढ़ने का असर केवल निजी वाहन चालकों पर ही नहीं हुआ है। सार्वजनिक वाहनों से चलने वाले यात्रियों पर भी इसकी मार पड़ी है। दिल्ली-शामली-सहारनपुर पैसेंजर को अब मेल के नाम से चलाया गया है। दैनिक यात्रियों का कहना है कि यह पहली मेल है, जो हर स्टेशन पर रुकती है। वहीं, पैसेंजर की सुविधा देकर एक्सप्रेस का किराया वसूला जा रहा है।

लाकडाउन से पहले तक पैसेंजर ट्रेन से शामली से दिल्ली तक का किराया 25 रुपये हुआ करता था। अब 50 रुपये है। वहीं, शामली से सहारनपुर के लिए नया किराया 45 रुपये है, जो पहले 20 रुपये था।

रेलवे का तर्क है कि मेल या एक्सप्रेस का किराया इतना होता है। लेकिन यह मेल शामली से लेकर सहारनपुर तक हर स्टेशन पर रुकती है। शामली में इसका 15 मिनट का स्टापेज है। शामली के स्टेशन अधीक्षक इकराम अली का कहना है कि लाकडाउन के बाद मेल चलाई गई है। उसकी के हिसाब से किराया भी तय किया गया है।

एक तो बस नहीं, दूसरा किराया महंगा

शामली डिपो के पास महज 23 बसें हैं, जो अनुबंधित हैं। डिपो के पास उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की एक भी बस नहीं है। कार्यशाला नहीं होने से शामली डिपो को बस नहीं मिल पा रही है। बस में शामली से सहारनपुर तक का किराया 82 रुपये है। वहीं, शामली से लोनी मोड़ जाने के लिए 108 रुपये देने पड़ते हैं। शामली से कश्मीरी गेट तक का किराया 130 रुपये है। शामली डिपो के एआरएम मनोज वाजपेयी का कहना है कि कार्यशाला का निर्माण होते ही शामली डिपो को निगम की बसें मिल जाएंगी। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है।

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