दरभंगा से पहले भी हाई प्रोफाइल प्रकरण में जुड़ता रहा शामली का नाम

बिहार के दरभंगा जंक्शन पर हुए पार्सल में विस्फोट के तार एक मोबाइल नंबर के जरिए शामली से जुड़ रहे हैं। हालांकि मोबाइल के बारे में जनपद स्तरीय पुलिस व खुफिया अधिकारी जानकारी होने से इंकार कर रहे है फिर भी अधिकारियों की सोच यहीं है कि ऐसा हो सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:20 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:20 PM (IST)
दरभंगा से पहले भी हाई प्रोफाइल प्रकरण में जुड़ता रहा शामली का नाम
दरभंगा से पहले भी हाई प्रोफाइल प्रकरण में जुड़ता रहा शामली का नाम

शामली, जागरण टीम। बिहार के दरभंगा जंक्शन पर हुए पार्सल में विस्फोट के तार एक मोबाइल नंबर के जरिए शामली से जुड़ रहे हैं। हालांकि मोबाइल के बारे में जनपद स्तरीय पुलिस व खुफिया अधिकारी जानकारी होने से इंकार कर रहे है, फिर भी अधिकारियों की सोच यहीं है कि ऐसा हो सकता है। भले ही किसी भी जांच एजेंसी ने शामली के पुलिस अधिकारियों से संपर्क नहीं साधा है लेकिन अधिकारियों ने गोपनीय तरीके से संदिग्ध लोगों की तलाश में अभियान शुरू कराया है, क्योंकि अब से पहले शामली जिले का नाम विभिन्न हाई प्रोफाइल मामलों में जुड़ता रहा है। दो दशक पहले कांधला से पकड़े गए लश्कर ए तैयबा संगठन के आतंकी को सजा भी हो चुकी है। खालिस्तान लिबरेशन टाइगर फोर्स संगठन के सदस्य भी शामली में गिरफ्तार हुए थे।

--------------------

शामली में हो चुके यह मामले -

केस-1

पंजाब में नाभा जेल को तोड़ने का मास्टर माइंड परविद्र पंजाब से लग्जरी गाड़ी में भाग आया था। वह कैराना के रास्ते शामली में घुसकर भागने का इरादा रखता था। नवंबर 2019 को वह भारी संख्या में हथियारों के साथ कैराना में पकड़ा गया।

-

केस-2

कैराना के रहने वाले नामित सभासद रहे तथा सपा के राज्यसभा सदस्य के पीए फरहत खान को जासूसी के आरोप में दिल्ली में पकड़ा गया।

-

केस-3

वर्ष 2019 में दिल्ली में सीएए के विरोध के दौरान सिपाही पर पिस्टल तानने वाले शाहरुख दिल्ली से भाग कर कैराना पहुंचा था। उसे दिल्ली पुलिस पकड़ कर ले गई थी।

-

केस-4

वर्ष 2018 में झिझाना में दो सिपाहियों को गोली मारकर उनकी इंसास राइफल लूटी थी। इन हथियारों से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की जनसभा के दौरान हत्या की जानी थी। चार आरोपित पकड़े गए थे। जो खालिस्तान लिबरेशन टाइगर फोर्स से संबंधित बताए गए थे।

-

केस-5

वर्ष 2000 में शामली के एक कालेज में दो कश्मीरी युवक शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। उन्हें पुलिस ने आतंकवादी संगठनों से संबंध के चलते गिरफ्तार किया था।

-

केस-6

अप्रैल 2019 में शामली रेलवे स्टेशन मास्टर के नाम डाक से धमकी भरा एक पत्र भेजा गया था। जिसे जम्मू कश्मीर के आंतकी संगठन जैश एक मोहम्मद के एरिया कमांडर मैसूर अहमद के नाम से भेजा था। पत्र में शामली समेत पउप्र, दिल्ली, हरियाणा के कई स्टेशनों को उड़ाने की धमकी दी थी। मामला जीआरपी शामली में दर्ज हुआ था।

-

केस-7

दो दशक पहले पाकिस्तान निवासी अब्दुल वारिस उर्फ राजा का कांधला क्षेत्र से पकड़ा गया था। उसके पास से कई पिस्टल बरामद हुए थे। उसे इस मामले में सजा हुई थी।

-

इन्होंने कहा-

बिहार के दरभंगा स्टेशन पर पार्सल में विस्फोट प्रकरण में शामली में कार्रवाई करने से पहले सभी टीम उनसे संपर्क जरूर करेगी, लेकिन अभी तक किसी भी जांच एजेंसी ने उनसे संपर्क नहीं किया है-सुकीर्ति माधव, पुलिस अधीक्षक।

chat bot
आपका साथी