दल नहीं, सियासी बल दिखाने में जुटे दिग्गज

सियासत का चरित्र भी अजीब है। कभी यहां दल हावी होता है तो कभी दिग्गजों का सियासी बल। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी दल और अपना सियासी बल में मुकाबला हो रहा है। चुनावी मैदान में कई लोग तो मतदान से पहले अपने ही सियासी दलों से भिड़ गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 11:17 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 11:17 PM (IST)
दल नहीं, सियासी बल दिखाने में जुटे दिग्गज
दल नहीं, सियासी बल दिखाने में जुटे दिग्गज

शामली, जागरण टीम। सियासत का चरित्र भी अजीब है। कभी यहां दल हावी होता है तो कभी दिग्गजों का सियासी बल। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी दल और अपना सियासी बल में मुकाबला हो रहा है। चुनावी मैदान में कई लोग तो मतदान से पहले अपने ही सियासी दलों से भिड़ गए हैं। भाजपा ने तो दस बागियों पर कार्रवाई भी कर दी है। रालोद ने भी दो दिन पहले दावा किया था कि कि जल्द ही बागी प्रत्याशियों पर कार्रवाई की जाएगी।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशियों को लेकर राजनीतिक दल सीधे हस्तक्षेप नहीं करते। प्रत्याशियों को पार्टी का सिबल भी नहीं दिया जाता। हालांकि विधानसभा चुनावों का आधार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ही होते हैं। इसलिए विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशी इन्हीं चुनावों से अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करते हैं।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जिले में कई राजनीतिक दिग्गज दल को छोड़ अपना सियासी बल दिखाने में जुटे हैं। इसके लिए या तो अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ खुद ही मैदान में कूद गए हैं या फिर उन्होंने अपने समर्थकों को चुनाव मैदान में उतार दिया है। कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने अंदरखाने दूसरे दलों के प्रत्याशियों से भी नजदीकियां बढ़ा ली हैं। इस मामले में सबसे ज्यादा कार्रवाई सत्ताधारी दल भाजपा ने की है।

इसकी भनक लगते ही राजनीतिक दल सतर्क हो गए हैं। भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने इसका संज्ञान लेते हुए जिला स्तर पर कार्रवाई के निर्देश दिए। जिलाध्यक्ष सतेंद्र तोमर ने पहले दिन नौ और बाद में एक पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। उधर, रालोद में भी बगावत का सुर उठा तो प्रदेश संगठन महासचिव राजकुमार सांगवान ने भी पार्टी में ऐसे लोगों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिलाध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन का कहना है कि अनुशासनहीनता करने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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