बिजली रही गुल, मरीजों में मची त्राहि-त्राहि

शामलीजेएनएन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। गुरुवार को ऊर्जा निगम के शटडाउन के चलते बिजली गुल रही और सीएचसी में एक्सरे नहीं हो सके। मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इंवर्टर भी नहीं चलने के कारण तमाम कक्षों में अंधेरा रहा। लेकिन जिम्मेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। मरीज परेशान रहें तो रहें किसी को कोई सरोकार नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Oct 2020 05:49 PM (IST) Updated:Thu, 15 Oct 2020 05:49 PM (IST)
बिजली रही गुल, मरीजों में मची त्राहि-त्राहि
बिजली रही गुल, मरीजों में मची त्राहि-त्राहि

शामली,जेएनएन : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। गुरुवार को ऊर्जा निगम के शटडाउन के चलते बिजली गुल रही और सीएचसी में एक्सरे नहीं हो सके। मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इंवर्टर भी नहीं चलने के कारण तमाम कक्षों में अंधेरा रहा। लेकिन जिम्मेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। मरीज परेशान रहें तो रहें, किसी को कोई सरोकार नहीं है।

सीएचसी में प्रतिदिन हड्डी रोग से संबंधित काफी मरीज आते हैं। ऊर्जा निगम ने शामली-कैराना डबल सर्किट लाइन की क्रासिग के लिए शटडाउन की पूर्व सूचना दी थी। गुरुवार सुबह नौ से दोपहर 12.30 बजे तक बिजली बंद रहना बताया था। ओपीडी सुबह आठ बजे से शुरू होती है और अधिकांश चिकित्सक व अन्य स्टाफ आधे से एक घंटे की देरी से ही अमूमन आता है। हड्डी रोगियों के अलावा अन्य भी तमाम बीमारियों से संबंधित मरीजों को एक्सरे की जांच करानी होती है। चिकित्सकों ने तो एक्सरे कराने की सलाह दे दी और जब मरीज कक्ष में पहुंचे तो तकनीशियन ने बताया कि बिजली नहीं और एक्सरे नहीं होंगे। मरीज इंतजार करते रहे कि बिजली आ जाए या फिर जेनरेटर चालू हो। क्योंकि सीएचसी में जेनरेटर है। लेकिन बिजली नहीं आई और जेनरेटर नहीं चला। ऐसे में मरीजों को बैरंग लौटना पड़ा। कई मरीज तो ऐसे थे, जो सड़क हादसे या घर में फिसलने के कारण चोटिल थे। बिना एक्सरे प्लास्टर भी नहीं हो सका और ऐसे में निजी सेंटरों पर जाकर एक्सरे कराने को मजबूर हुए। क्योंकि बिजली एक बजे के बाद आई।

बोले अधिकारी..

सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. सफल कुमार ने बताया कि उन्हें दो दिन पहले ही चार्ज मिला है। अव्यवस्थाओं को दूर कराया जाएगा। इंवर्टर की दिक्कत ठीक हो गई है। जेनरेटर में भी खराबी है, जिसे ठीक कराया जाएगा।

----

मरीजों की परेशानी

फिसलने के कारण मेरे पैर में चोट आई है और दर्द बहुत हो रहा था। इसलिए डाक्टर को दिखाने के लिए आए। डाक्टर की दवा से दर्द तो कम हो गया, लेकिन एक्सरे नहीं हो पाया। सीएचसी में कई घंटे बिजली आने का इंतजार भी किया।

- राजेंद्र, बाबरी

शामली में एक मकान के निर्माण में मजदूरी कर रहा था। काम के दौरान मैं गिर गया और हाथ में चोट आई। सीएचसी में डाक्टर ने एक्सरे कराने के लिए कहा, लेकिन एक्सरा नहीं हुआ। घंटों इंतजार करने के बाद बाहर एक्सरे कराना पड़ा।

- नवीन, शामली

टार्च की रोशनी में लगी वैक्सीन

सीएचसी में कुत्ते काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने वाले भी काफी लोग आते हैं। इंवर्टर भी नहीं चल रहा था तो सभी कक्षों में अंधेरा था। ऐसे में फार्मासिस्ट टार्च की रोशनी में वैक्सीन लगाते नजर आए। वहीं, मरीजों को दवा देने के लिए भी टार्च का ही सहारा रहा।

chat bot
आपका साथी