काली पट्टी बांधकर डाक्टरों ने किया कार्य
आइएमए ने अस्पतालों में डाक्टरों के साथ किए जा रहे अभद्र व्यवहार व उन पर हमले के विरोध में शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर कार्य किया। इस अवसर पर डीएम को ज्ञापन देकर डाक्टरों पर हमले के आरोपितों के खिलाफ कठोर कानून बनाए जाने की भी मांग की गई।
शामली, जागरण टीम। आइएमए ने अस्पतालों में डाक्टरों के साथ किए जा रहे अभद्र व्यवहार व उन पर हमले के विरोध में शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर कार्य किया। इस अवसर पर डीएम को ज्ञापन देकर डाक्टरों पर हमले के आरोपितों के खिलाफ कठोर कानून बनाए जाने की भी मांग की गई।
शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. अकबर खान व सचिव डा. अजय सैनी ने डीएम से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। डा. खान ने बताया कि पिछले साल से आईएमए के कई डाक्टर सदी की भयंकर त्रासदी कोविड-19 से जूझ रहे हैं। इस साल तकरीबन 725 डाक्टर और कुल मिलाकर 2 हजार मार्डन मेडिसिन के डाक्टर, अनगिनत स्वास्थ्यकर्मी इस बीमारी से लड़ते-लड़ते हमें छोड़कर चले गए व कई अभी भी जिदगी और मौत से लड़ रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि आज भी कुछ लोग डाक्टरों के साथ अभद्रता कर रहे हैं।
गाली-गलौच करते हैं तथा अस्पतालों में भी तोड़फोड़ करते हैं। हाल ही में एक घटना आसाम में हुई जिसमें मारपीट से डाक्टर के कई फ्रैक्चर तक हो गए। उन्होंने कहा कि आईएमए डाक्टरों और उनके प्रतिष्ठानों पर हमलों का कड़ा विरोध करती है, इसीलिए आईएमए के चिकित्सकों ने शुक्रवार को हाथों पर काली पट्टी बांधकर कार्य किया। उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कानून बनाकर कार्रवाई की भी मांग की है।
21 जून से कलस्टर बनाकर गांवों में होगा टीकाकरण
जागरण संवाददाता, शामली:
कोरोनारोधी टीकाकारण में तेजी लाने के लिए 21 जून से विशेष अभियान शुरू होगा। शुरुआत में थानाभवन और कांधला ब्लाक के दस-दस गांव को कलस्टर बनाया गया है। खास बात यह है कि मौके पर ही पंजीकरण हो सकेंगे। फिलहाल घर-घर जाकर जागरूकता अभियान चल रहा है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राजकुमार सागर ने बताया कि 21 और 22 जून के लिए प्लान बनाया जा रहा है। कांधला और थानाभवन के दस-दस गांव चिन्हित किए हैं। 17 से 19 तक गांवों में प्रधान, शिक्षक व कोटेदार आदि लोगों को घर-घर जाकर जागरूक कर रहे हैं। ऐसे लोगों की सूची भी बनाई जाएगी, जो टीकाकरण से इंकार करेंगे या कोई बाहर गया होगा। टीकाकरण से मना करने वालों को समझाया जाएगा।
एएनएम और आशा कार्यकर्ता टीकाकरण की टीम में शामिल रहेंगी। गांव में किसी सार्वजनिक स्थान पर बूथ बनाए जाएंगे। विशेष अभियान लगातार चलना है और आगे के लिए तैयारी की जा रही है। हर कलस्टर में चिकित्सकों, फार्मेसिस्ट व स्टाफ नर्स की दो-दो टीम रहेंगी। अगर किसी को वैक्सीन लगने पर दिक्कत होगी तो टीम तत्काल संबंधित बूथ पर पहुंचकर उपचार देंगी। जिले में अब तक 1.38 लाख लोगों को पहली और 26 हजार से अधिक लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है।