मृतक को जिदा दर्शाकर जमीन हड़पने के प्रकरण में डीएम ने बैठाई जांच

फर्जीवाड़ा कर एक मृतक वृद्ध किसान की जगह दूसरे व्यक्ति को जीवित दर्शा दिया गया। इसके बाद साठगांठ कर विधिक वारिसों को ही बेघर कर दिया गया। पीड़ितों का आरोप है कि तहसील के एक अफसर ने मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा करने वालों के ही हक में काम किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:38 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:38 PM (IST)
मृतक को जिदा दर्शाकर जमीन हड़पने के प्रकरण में डीएम ने बैठाई जांच
मृतक को जिदा दर्शाकर जमीन हड़पने के प्रकरण में डीएम ने बैठाई जांच

शामली, जागरण टीम। फर्जीवाड़ा कर एक मृतक वृद्ध किसान की जगह दूसरे व्यक्ति को जीवित दर्शा दिया गया। इसके बाद साठगांठ कर विधिक वारिसों को ही बेघर कर दिया गया। पीड़ितों का आरोप है कि तहसील के एक अफसर ने मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा करने वालों के ही हक में काम किया है। पीड़ित पक्ष ने प्रकरण की शिकायत संपूर्ण समाधान दिवस में की थी। डीएम जसजीत कौर ने संज्ञान लेते ही मामले में एसडीएम सदर संदीप कुमार को जांच सौंपी है।

बाबरी थाना क्षेत्र के गांव सोंटा हाल निवासी जागृति विहार मेरठ सुरेंद्र सिंह व कृतपाल सिंह निवासी गांव साल्हाखेड़ी ने बीते शनिवार को कलक्ट्रेट में पहुंचकर शिकायत की थी कि सदर तहसील में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। पीड़ितों का आरोप है कि तहसील के एक अधिकारी ने लाखों रुपये का सुविधा शुल्क लेकर वसीयतकर्ता तिलकराम के स्थान पर कल्याण सिंह का फोटो चस्पा कर फर्जी हस्ताक्षर व अंगूठे लगवाए। पीड़ित सुरेंद्र ने शिकायत करते हुए बताया कि इस षड्यंत्र में मृतक तिलकराम के दो पुत्र व पुत्रवधु तथा कल्याण सिंह निवासीगण गांव सोंटा व दो गवाह कुरडी नांगल व खरड़ निवासी के खिलाफ 30 जून 2019 को थाना बाबरी पर 420, 467, 468, 471 व 120बी आइपीसी में मुकदमा दर्ज कराया गया था, लेकिन इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। जबकि फर्जी वसीयत निस्तारण का एक वाद भी न्यायालय सीजे जूडि. में भी विचाराधीन है। प्रकरण डीएम के संज्ञान में आया तो उन्होंने प्रकरण की त्वरित जांच कराने का फैसला लिया। डीएम जसजीत कौर ने बताया कि प्रकरण की जांच एसडीएम सदर संदीप कुमार को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई होगी। अनुज सैनी

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