बरातघर में नहीं गूंजी शहनाई, गंदगी से हो रहा बदहाल
कस्बा ऊन में लाखों रुपये की लागत से बना बरातघर गंदगी से भरा पड़ा है। इसमें आज तक कोई भी शहनाई नहीं बजी है। प्रशासन आंख मूंदे वर्षों से इसे नजरअंदाज करता आ रहा है।
शामली, जागरण टीम। कस्बा ऊन में लाखों रुपये की लागत से बना बरातघर गंदगी से भरा पड़ा है। इसमें आज तक कोई भी शहनाई नहीं बजी है। प्रशासन आंख मूंदे वर्षों से इसे नजरअंदाज करता आ रहा है।
कस्बा ऊन के मोहल्ला सुभाषनगर में 11 वर्ष पूर्व तीस लाख रुपये की लागत से एक बरातघर बनाया गया था। नगर पंचायत की लापरवाही के कारण बरातघर में कोई दरवाजा नहीं लगवाया गया। बरातघर में आज तक कोई भी बारात नहीं ठहरी। लोगों ने उक्त बरातघर पर गोबर आदि डालकर इतनी गंदगी फैला दी है कि बरातघर के अंदर प्रवेश तक करना दुश्वार है। नगर पंचायत की इस अनदेखी के कारण तीस लाख रुपये बर्बाद हो रहे हैं।
इस बारे में जब नगर पंचायत के ईओ योगेंद्र सिंह से बात करनी चाही तो उनका फोन नहीं लग पाया।
शिव मंदिर में हुआ भंडारा
संवाद सूत्र, चौसाना : चौसाना में शिव मंदिर पर भंडारे का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया। चौसाना थानाभवन रोड पर स्थित शिव मंदिर पर ग्रामीणों ने हवन का आयोजन किया। इस दौरान लोगों ने देश में कोरोना के चलते शांति की कामना की। हवन के पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया । इस दौरान विकास सिघल, मुकेश सिघल, पीयूष, आयुष, टिन्नक आदि उपस्थित रहे। ऊन कस्बा में कुत्तों का आतंक
संवाद सूत्र, ऊन : ऊन कस्बा के एक मोहल्ले में कुत्तों के आतंक से लोगों का घर से निकलना दूभर हो रहा है। मोहल्लावासियों ने नगर पंचायत में शिकायत की है।
कस्बा ऊन के मोहल्ला घांटी में हरिजन चौपाल के पास दिन प्रतिदिन कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। कुत्ते हर रोज लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहे हैं। मोहल्ला निवासी टोनी, बोबी, सुरेंद्र फौजी का कहना है कि लोग घर से बाहर निकलते समय हाथों में डंडे या फिर कोई अन्य सामान लेकर निकलते हैं जिससे कि इन कुत्तों से बचा जा सके।