आडियो वायरल मामले में जांच को पहुंचे डीएफओ

अवैध आरा मशीनों के संचालन की शिकायत पर वन अधिकारी ने शिकायतकर्ता को जेल भेजने की धमकी दी। इसका आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने पर दूसरे जनपद के डीएफओ को जांच दी गई है। नियुक्त जांच अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर जांच की।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 11:30 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 11:30 PM (IST)
आडियो वायरल मामले में  जांच को पहुंचे डीएफओ
आडियो वायरल मामले में जांच को पहुंचे डीएफओ

शामली, जागरण टीम। अवैध आरा मशीनों के संचालन की शिकायत पर वन अधिकारी ने शिकायतकर्ता को जेल भेजने की धमकी दी। इसका आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने पर दूसरे जनपद के डीएफओ को जांच दी गई है। नियुक्त जांच अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर जांच की।

जलालाबाद में अवैध रूप से संचालित हो रही आरा मशीनों की शिकायत साजिद, सचिन आदि ने मुख्यमंत्री पोर्टल व वन विभाग के अधिकारियों से की थी। शनिवार को वन विभाग के अधिकारियों ने जलालाबाद पहुंचकर अवैध रूप से चल रही कई आरा मशीनों को बंद करा दिया था। आरोप है कि उक्त आरा मशीन संचालकों ने वन विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर पुन: रात्रि में ही आरा मशीनों का संचालन शुरू कर दिया, इसकी शिकायत रविवार को दिलदार निवासी जलालाबाद ने मोबाइल पर वन निरीक्षक धर्मव्रत से की।

आरोप है कि वन विभाग के अधिकारी ने शिकायतकर्ता के साथ अभद्रता की। शिकायत करने पर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी वायरल आडियो में दी गई है। शिकायतकर्ता ने अधिकारी की धमकी का आडियो इंटरनेट मीडिया में जारी कर दिया। वायरल आडियो पर मेरठ परिक्षेत्र के मुख्य वन विभाग अधिकारी तक भी पहुंचा। उन्होंने जनपद मुजफ्फरनगर के डीएफओ सूरज सिंह को कस्बे में संचालित अवैध आरा मशीनों व वायरल आडियो की जांच करने के निर्देश दिए हैं।

सोमवार को जांच अधिकारी डीएफओ मुजफ्फरनगर जलालाबाद पहुंचे। उन्होंने बंद पड़ी अवैध आरा मशीनों व लाइसेंस से संचालित आरा मशीनों की फोटोग्राफी करा जांच की। शिकायतकर्ता दिलदार ने बताया कि वन विभाग अधिकारी ने उसे एक अवैध आरा मशीन संचालित करने वाले प्रतिष्ठान पर बुलाकर 20 हजार की रकम देते हुए शिकायत न करने के लिए कहा। रकम वापस करने पर अधिकारी ने मुकदमा व परिवार को तबाह करने की धमकी दी है। वन विभाग अधिकारी धर्मव्रत ने बताया कि आरोप गलत है। उन्होंने शिकायतकर्ता को समझाया बदले की भावना से नहीं। जांच अधिकारी सूरज सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दे दी जाएगी।

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