खीरे की फसल पर भी पड़ी बारिश की मार
चौसाना के पठानपुरा में धान की फसल में बीमारियों के चलते परेशान किसानों ने सब्जियों की फसल की ओर रुख किया था लेकिन बरसात के कारण किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। लगातार हो रही बरसात के चलते खीरे की फसल बर्बाद होने से किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है।
शामली, जागरण टीम। चौसाना के पठानपुरा में धान की फसल में बीमारियों के चलते परेशान किसानों ने सब्जियों की फसल की ओर रुख किया था, लेकिन बरसात के कारण किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। लगातार हो रही बरसात के चलते खीरे की फसल बर्बाद होने से किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है।
चौसाना के पठानपुरा गांव में करीब 10 से 12 किसानों ने धान की फसल के बजाय लगभग 80 से 90 बीघा खीरे की फसल लगाई थी। उम्मीद थी कि खीरे की अच्छी पैदावार होगी जिससे आमदनी भी बढ़ेगी, लेकिन इस बार उम्मीद से ज्यादा बरसात के कारण खीरे की फसल में पानी भर जाने से अंकुरित फूल झड़ गए। इसके कारण पैदावार में कमी आई है। यही हाल दूसरी सब्जियों का भी है। हरी सब्जियों की कम कीमत से परेशान किसान अब सब्जियों के खराब होने की मार झेल रहे हैं। बेमौसम बारिश व आंधी से कई सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई है। इस कारण सब्जी उत्पादक परेशान हैं। इस बार सब्जियों की पैदावार अच्छी थी। पहले लाकडाउन की मार और अब बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। इन्होंने कहा
लागत निकालना भी मुश्किल हो गया है। पहले पांच बीघा फसल में 20 से 22 पन्नी निकल जाया करती थी, जो अब मात्र 7-8 मुश्किल से निकल पाती है।
-शेखर सैनी, किसान उम्मीदें टूट गई हैं। कर्ज चुकाना मुश्किल हो गया है। लगातार बारिश होने से खेतों में पानी जमा हो जाने पर खीरे के पौधों को नुकसान पहुंचा है। इससे पैदावार कम हो गयी है।
-नाथीराम सैनी, किसान