कोरोना की रफ्तार पर है लगाम, खतरा है बरकरार

शामली जेएनएन आसपास के जिलों में कोरोना की रफ्तार में तेजी देखने को मिल रही है लेकिन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 06:35 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 06:35 PM (IST)
कोरोना की रफ्तार पर है लगाम, खतरा है बरकरार
कोरोना की रफ्तार पर है लगाम, खतरा है बरकरार

शामली जेएनएन : आसपास के जिलों में कोरोना की रफ्तार में तेजी देखने को मिल रही है, लेकिन शामली में नियंत्रण ही रहा। नवंबर माह में 454 नए केस मिले, जो पिछले माह के मुकाबले कम हैं। माह में दो बार संख्या बढ़ी नजर आई, लेकिन फिर केस कम हो गए। हालांकि खतरा बरकरार है और सावधानी ही कोरोना से बचाव है।

अनलाक एक जून से शुरू हुआ था और कोरोना की रफ्तार बढ़ने लगी थी। लाकडाउन में सबकुछ बंद रहा तो कोरोना पर काफी नियंत्रण था। सितंबर माह के अंत में फिर केस कम होना शुरू हो गए थे। अक्टूबर से त्योहारी सीजन शुरू हो गया था। नवरात्र, करवाचौथ, दीपावली आदि त्योहारों पर बाजारों में काफी भीड़ रही और 25 नवंबर से शादियों का सीजन भी शुरू हुआ। दिल्ली में केस बढ़े और शामली के लोगों का दिल्ली आना-जाना रहता ही है। ऐसे में कोरोना का प्रकोप बढ़ने की आशंका थी। जांच में भी कुछ बढ़ोत्तरी की गई, कोरोना की गति तेज नहीं हुई है। नवंबर माह में कोरोना संक्रमित एक ही मौत हुई, जबकि कुल संख्या 28 है।

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कंटेनमेंट जोन की अब ये व्यवस्था

पहले जहां कोरोना संक्रमित मिलते थे, उसका काफी क्षेत्र सील कर दिया जाता था। कंटेनमेंट जोन की गाइडलाइन में बदलाव होते रहे। सील होने वाले क्षेत्र की दूरी घटती गई। अब व्यवस्था ये है कि जिस घर में कोई संक्रमित मिलता है तो उस घर के किसी भी सदस्य को बाहर नहीं आने दिया जाता। हालांकि अब बैरिकेडिग कहीं नहीं होती है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि रेपिड रेस्पांस टीम और निगरानी समिति निगरानी रखती हैं।

कम नहीं है लापरवाही कोरोना केस में भले ही बढ़ोत्तरी न हुई हो, लेकिन लोग लापरवाह कम नहीं हैं। बाजारों में तो खूब भीड़ रहती है और शारीरिक दूरी का कोई पालन नहीं होता है। काफी लोग मास्क लगाना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं। बसों में भी बचाव की गाइडलाइन का खुला उल्लंघन देखने को मिलता है।

रैंडम भी हो रही जांच

स्वास्थ्य विभाग जिले में लगातार रैंडम जांच भी करा रहा है। इसके लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। जिले में अब प्रतिदिन 1500 से अधिक लोगों की जांच हो रही है, लेकिन कभी-कभी संख्या 1100-1200 तक भी रह जाती है।

दो माह में कोरोना केस

अक्टूबर में मिले नए केस, 490

नवंबर में मिले नए केस, 454

अब तक कुल जांच, 158456

कुल संक्रमित, 3272

ठीक हुए, 3078

कुल मौत, 28

संक्रमण की दर, 2.06 फीसदी

रिकवरी दर, 94.12 फीसदी

मृत्यु दर, 0.85 फीसदी

(नोट: आंकड़े 30 नवंबर तक के हैं)

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कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने वालों को चिहिन्त कर जांच कराई जा रही है। सक्रिय केस खोजी अभियान के तहत सर्वे पूरी गंभीरता के साथ चल रहा है। बाहर से आने वालों की निगरानी भी हो रही है। सभी से अपील है कि बचाव के लिए गाइडलाइन का पूरा पालन करें। -डा. वीर बहादुर ढाका, सीएमओ शामली

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