कोरोना का असर काम पर पड़ा, स्वास्थ्य पर नहीं

कोरोना काल में बैंड कारोबार पर मार पड़ी है। काफी बुकिग निरस्त हो गई। बहुत कम शादियों में ही बैंड बजा है और बजाने वालों की संख्या बेहद कम रही लेकिन कोरोना संक्रमण से बैंड बजाने वाले सुरक्षित रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 11:18 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 11:18 PM (IST)
कोरोना का असर काम पर पड़ा, स्वास्थ्य पर नहीं
कोरोना का असर काम पर पड़ा, स्वास्थ्य पर नहीं

शामली, जागरण टीम। कोरोना काल में बैंड कारोबार पर मार पड़ी है। काफी बुकिग निरस्त हो गई। बहुत कम शादियों में ही बैंड बजा है और बजाने वालों की संख्या बेहद कम रही, लेकिन कोरोना संक्रमण से बैंड बजाने वाले सुरक्षित रहे हैं। कम ही लोग संक्रमित हुए, हालांकि बैंड संचालकों को उनके बीमार होने की भी जानकारी नहीं है।

बैंड में ब्रास पाइपर बजाने वालों की अलग ही कतार होती है। जब वह इसे बजाते हैं तो उनके गाल फूल जाते हैं। ताकत तो काफी लगती है, लेकिन इसके फायदे भी हैं। क्योंकि इसके बजाने से फेफड़े मजबूत होते हैं। चिकित्सक डा. पंकज गर्ग ने बताया कि ब्रास पाइपर, शंख बजाना और गुब्बारे फुलाना फेफड़ों के लिए बहुत ही अच्छा व्यायाम है। फेफड़ों में संकुचन नहीं होता है और आक्सीजन का स्तर भी बेहतर रहता है।

स्टेमिना भी बढ़ता है। काफी मरीजों को चिकित्सक भी गुब्बारे फुलाने और शंख बजाने की सलाह देते हैं।

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हमारे बैंड में 50 से अधिक लोग हैं। करीब 20 लोग ब्रास पाइपर बजाने वाले हैं। कोरोनाकाल में जब भी शादी समारोह में गए तो सभी जांच कराई गई। अब तक कोई कोरोना संक्रमित नहीं मिला और किसी को कोई परेशानी भी नहीं हुई।

-शमीम, जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश बैंड बारात श्रृंगार वेलफेयर एसोसिएशन काम के दौरान सभी लोग पूरी सावधानी बरतते आए हैं। बैंड बाजार में कई बार स्वास्थ्य विभाग जांच भी कर चुका है, लेकिन बैंड से जुड़े किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पाजिटिव नहीं आई। ब्रास पाइपर एक तरह से फेफड़ों के व्यायाम का कार्य भी करता है।

-गुलशेर अहमद, प्रदेश मंत्री, उत्तर प्रदेश बैंड बारात श्रृंगार वेलफेयर एसोसिएशन हमारे ही नहीं, बल्कि आसपास के किसी भी बैंड से जुड़े व्यक्ति को कोरोना संबंधित कोई परेशानी नहीं हुई। अगर हुई हो तो हमारी जानकारी में नहीं है। हालांकि कोरोनाकाल में काम भी बहुत अधिक नहीं रहा है। काफी बुकिग निरस्त भी हुई हैं।

-शकील, बैंड मास्टर बैंड में काम करने वाले काफी लोग धूमपान भी करते हैं। हालांकि वह सभी को मना ही करते हैं। बैंड में काम करने वाले आर्थिक रूप से बहुत मजबूत नहीं होते। ऐसे में विशेष डाइट तो शायद ही कोई लेता होगा।

-वकील, बैंड मास्टर

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