चटक धूप से मिली राहत, शीतलहर जारी

लगातार दूसरे दिन भी मौसम साफ रहा। पूरा दिन धूप खिली रही। चटक धूप ने ठंड से राहत दी है लेकिन शीतलहर का प्रकोप जारी है। शाम के वक्त शीतलहर के चलते ठंड में इजाफा हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Jan 2020 09:51 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jan 2020 06:05 AM (IST)
चटक धूप से मिली राहत, शीतलहर जारी
चटक धूप से मिली राहत, शीतलहर जारी

शामली जेएनएन। लगातार दूसरे दिन भी मौसम साफ रहा। पूरा दिन धूप खिली रही। चटक धूप ने ठंड से राहत दी है, लेकिन शीतलहर का प्रकोप जारी है। शाम के वक्त शीतलहर के चलते ठंड में इजाफा हुआ। वहीं, रात के समय खूब पाला पड़ रहा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 18 और न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रहा। गुरुवार के मुकाबले न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस गिर गया है।

सोमवार और मंगलवार को कोहरे का प्रकोप रहा था। साथ ही ठंड भी काफी बढ़ गई थी। बुधवार से मौसम साफ है और कोहरे से राहत मिली हुई है। शुक्रवार को सुबह ही सूर्यदेव के दर्शन हो गए थे और दिन चढ़ने के साथ धूप चटक होती चली गई। इससे ठंड से काफी राहत मिली और दोपहर के समय तो लगातार कुछ देर तक धूप में नहीं बैठा जा रहा था। शीतलहर चल रही थी, लेकिन धूप से औझल होने के बाद ही इसका ज्यादा अहसास हो रहा था। शाम तक धूप खिली रही, लेकिन शाम के वक्त धूप फीकी हुई तो शीतलहर का प्रकोप भी महसूस होने लगा। ऐसे में लोग गर्म कपड़ों से पैक नजर आए। बाइक-स्कूटी दस्तानों के बगैर चलाना मुश्किल हो रहा था। रात में काफी ठंड पड़ रही है तो रात के समय पारा गिर गया। ऐसे में जगह-जगह लोग अलाव तापते भी दिखे।

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किसान कर रहे फसलों की सिचाई

रात के समय पाला पड़ रहा है, जो फसलों के लिए ठीक नहीं है। सब्जियों और सरसों की फसल को सबसे अधिक नुकसान हो सकता है। ऐसे में किसान रात के समय फसल की हल्की सिचाई कर रहे हैं। साथ ही सल्फर का भी प्रयोग पाले के प्रकोप को कम करने के लिए किया जा रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र शामली के वैज्ञानिक डॉ. विकास मलिक ने बताया कि पौधे की सतह और पत्तियों पर पाला जम जाता है तो पौधे की कोशिकाएं खराब होने लगती हैं। इससे बढ़वार और उत्पादन दोनों पर प्रभाव पड़ता है।

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अंकुर त्यागी

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