धूप पर भारी रही गलन वाली सर्दी, कांपे लोग

ठंड का सितम कम नहीं हो रहा है। रविवार को दोपहर में धूप खिली लेकिन इस पर गलन वाली सर्दी भारी रही। अधिकतम तापमान कुछ बढ़ा जरूर पर ठिठुरन कंपकंपी छुड़ाती रही।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Dec 2019 10:28 PM (IST) Updated:Sun, 29 Dec 2019 10:28 PM (IST)
धूप पर भारी रही गलन वाली सर्दी, कांपे लोग
धूप पर भारी रही गलन वाली सर्दी, कांपे लोग

शामली, जेएनएन। ठंड का सितम कम नहीं हो रहा है। रविवार को दोपहर में धूप खिली, लेकिन इस पर गलन वाली सर्दी भारी रही। अधिकतम तापमान कुछ बढ़ा जरूर, पर ठिठुरन कंपकंपी छुड़ाती रही। सूरज ढलने के बाद ठंड में और वृद्धि हो गई। सड़कों पर पिछले कुछ दिनों की तरह जल्दी ही सन्नाटा पसर गया। अधिकतम तापमान 13 और न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

शनिवार को कोहरे ने भी परेशान किया था। न्यूनतम तापमान 1.7 और अधिकतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस रहा था। यह इस सीजन में सबसे ठंडा दिन था। पूरे दिन धूप नहीं निकली थी। रविवार सुबह कोहरे से राहत मिली थी, लेकिन ठंड में कोई कमी महसूस नहीं हो रही थी। रविवार को छुट्टी थी तो लोग सुबह देर तक रजाइयों में दुबके रहे। शहर के बाजारों में रविवार को साप्ताहिक बंदी होती है, लेकिन आमतौर पर सुबह से ही दुकानें खुल जाती हैं। रविवार सुबह ठंड के प्रकोप के कारण अधिकांश दुकानें बंद रहीं। लोग जगह-जगह अलाव जलाकर गलन वाली ठंड से राहत पाने की कोशिश कर रहे थे। दोपहर में करीब 11 बजे सूर्यदेव के दर्शन हुए और धूप निकल गई। लोग राहत के लिए धूप में बैठे नजर आए, लेकिन सर्दी धूप पर भारी पड़ रही थी। धूप में गर्माहट का अहसास कम था, पर कुछ राहत तो जरूर मिली। धूप निकलने पर बाजारों में दुकानें भी खुलीं और ग्राहक भी पहुंचे। दोपहर बाद धूप और हल्की होती गई और ठिठुरन बढ़ती गई। इसके बाद लोग घरों में दुबक गए। घरों में किसी ने अलाव जलाए तो किसी ने बिजली-गैस से चलने वाले हीटर को चालू किया। सड़कों पर भी जगह-जगह अलाव जल रहे थे और राह चलते लोग भी कुछ देर तापकर आगे बढ़ रहे थे। वहीं, बाजारों और सड़कों पर शाम ढलते ही सन्नाटा सा पसर गया। सूप, मूंगफली आदि की दुकानों व रेहड़ियों पर जरूर कुछ भीड़ दिखी।

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छात्र-छात्राओं को राहत

कक्षा आठ तक ठंड के चलते स्कूलों में अग्रिम आदेशों तक अवकाश हैं, लेकिन अन्य कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को विद्यालय जाना पड़ रहा है। इसके अलावा कोचिग भी जाना पड़ता है। रविवार को कोचिग का भी अवकाश रहा तो राहत रही।

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बच्चे, बुजुर्ग और हृदय-सांस रोगी रखें ध्यान

हाड़कंपाती ठंड में बच्चों, बुजुर्गो, हृदय व सांस रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रविद्र तोमर का कहना है कि कमरे को गर्म रखें। ठंड में घर से बाहर निकलने से परहेज करें। गर्म कपड़ों से पूरी तरह पैक रहें। थोड़ी-थोड़ी देर बाद गर्म पानी पीते रहें। हृदय व सांस के रोगी खानपान पर भी ध्यान दें। तली-भुना और अधिक वसा वाला भोजन न लें। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुपम सक्सेना ने बताया कि छोटे बच्चों को माता स्तनपान कराती रहें। बच्चे को अगर जुकाम-खांसी है तो तुरंत विशेषज्ञ को दिखाएं।

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