श्रीबालाजी अस्पताल प्रकरण में सीएमओ ने बैठाई जांच
मेरठ के चिकित्सक की शिकायत पर कांधला के श्रीबालाजी अस्पताल प्रकरण में सीएमओ ने जांच बैठा दी है। पंजीकरण डिग्री समेत सभी बिंदुओं पर जांच होगी।
शामली, जेएनएन। मेरठ के चिकित्सक की शिकायत पर कांधला के श्रीबालाजी अस्पताल प्रकरण में सीएमओ ने जांच बैठा दी है। पंजीकरण, डिग्री समेत सभी बिंदुओं पर जांच होगी।
जनपद मेरठ के मवाना स्थित कमल अस्पताल में चिकित्सक डा. राहुल मित्तल पार्टनर हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी डिग्री पर फोटो व नाम बदलकर कांधला में अस्पताल खोला गया है। मुख्यमंत्री पोर्टल, डीजीपी के साथ ही उन्होंने मेरठ व शामली के जिलाधिकारी व सीएमओ से शिकायत की है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. वीर बहादुर ढाका ने बताया कि मेरठ के चिकित्सक की शिकायत पर श्रीबालाजी अस्पताल प्रकरण की जांच बैठा दी है। अस्पताल का पंजीकरण कैसे हुआ, किन-किन चिकित्सकों की डिग्री लगी है और डिग्री में कोई छेड़छाड़ हुई आदि की गंभीरता से जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। विभागीय कार्मिकों की संलिप्तता मिली तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सील भी हुआ था अस्पताल
कांधला में श्रीबालाजी अस्पताल करीब छह माह से चल रहा है, लेकिन 29 अगस्त को अस्पताल का पंजीकरण हुआ। इस बीच अस्पताल एक बार मानक पूरे न होने के कारण सील भी हुआ था, लेकिन कुछ दिन बाद खोल दिया गया। सीएमओ ने बताया कि अस्पताल की सील खोलने की भी जांच होगी। उधर, जानकारी मिली है कि पिछले कुछ दिनों से अस्पताल बंद चल रहा है।
डाक से भेजा पत्र
श्रीबालाजी अस्पताल के चिकित्सक डा. निसार अहमद ने बताया कि उन्होंने पंजीकरण रद करने के लिए दो दिन पहले डाक से स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेजा है। अस्पताल के दोनों पार्टनर में विवाद के कारण वह 11 नवंबर से कार्य पर नहीं हैं। सीएमओ का कहना है कि उन्हें अभी तक कोई पत्र नहीं मिला है। अस्पताल के दोनों पार्टनर से भी उनका पक्ष जानने के लिए कई बार संपर्क किया गया लेकिन बात नहीं हो सकी।