मौसम में हो रहा बदलाव, बच्चों का रखें विशेष ध्यान

शामली जेएनएन। मौसम में आ रहे बदलाव से बच्चों की सेहत बिगड़ रही है। उनकी रोगों से लड़ने की क्षमता पहले ही कम होती है। बीमार होने पर और प्रभावित हो जाती है। ऐसे में कोरोना का प्रहार हो सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 07:34 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 07:34 PM (IST)
मौसम में हो रहा बदलाव, बच्चों का रखें विशेष ध्यान
मौसम में हो रहा बदलाव, बच्चों का रखें विशेष ध्यान

शामली: जेएनएन। मौसम में आ रहे बदलाव से बच्चों की सेहत बिगड़ रही है। उनकी रोगों से लड़ने की क्षमता पहले ही कम होती है। बीमार होने पर और प्रभावित हो जाती है। ऐसे में कोरोना का प्रहार हो सकता है।

बाल रोग विशेषज्ञ डा. अजय सैनी ने बताया कि बच्चों में बलगम वाली खांसी की समस्या अधिक है। इसे निमोनिया की शुरुआत मान सकते हैं। साथ ही वायरल संक्रमण भी काफी अधिक है। ठंड बढ़ने लगी है। बच्चे को सुबह-शाम गर्म कपड़े पहनाएं। कई बार रात में बच्चा कपड़ों में पेशाब कर देता है। गीलेपन के कारण भी बच्चा बीमार हो जाता है। बलगम वाली खांसी या ब्रोंकोलाइटिस की पहचान यह है कि सांस लेने पर एक अलग आवाज आती है। चिकित्सक को दिखाने में देरी नहीं करनी चाहिए। बच्चे वैसे तो घर में ही अधिकतर रहते हैं, लेकिन परिवार के सदस्यों को तो बाहर जाना होता ही है। ऐसे में अगर कोई बाहर से आए तो पहले कपड़े बदल ले, अच्छे से हाथ-पैर व मुंह को धो लें। मास्क लगाकर ही बच्चे के पास जाएं। अगर बच्चा बीमार है तो उचित दूरी बनाकर रखें। छह माह तक तो बच्चे को मां का दूध ही पिलाया जाता है। छह माह से दो वर्ष तक के बच्चों को पौष्टिक एवं सुपाच्य भोजन देने के साथ ही स्तनपान भी कराएं। मां का दूध बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।

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