बदला मौसम, गर्मी से राहत
मंगलवार को दोपहर में बदले मौसम के मिजाज ने उमस से राहत दी है। बूंदाबांदी के साथ हवा चली और शाम तक बादल छाए रहे। फसलों को नुकसान नहीं है लेकिन हवा के साथ बारिश अधिक होती तो दिक्कत होती।
शामली, जागरण टीम। मंगलवार को दोपहर में बदले मौसम के मिजाज ने उमस से राहत दी है। बूंदाबांदी के साथ हवा चली और शाम तक बादल छाए रहे। फसलों को नुकसान नहीं है, लेकिन हवा के साथ बारिश अधिक होती तो दिक्कत होती।
मौसम में अब बदलाव आ रहा है और कई दिन से गर्मी-उमस काफी कम थी, लेकिन मंगलवार को सुबह से ही उमस अधिक रही और दिन चढ़ने के साथ उमस बढ़ती गई। धूप भी निकली हुई थी तो अन्य दिनों के मुकाबले गर्मी का अहसास भी अधिक था। दोपहर बाद करीब तीन बजे मौसम का मिजाज बदला और आसमान घने बादलों से घिर गया। तेज हवा चलने लगी, जिसमें हल्की ठंडक थी। इससे गर्मी और उमस से काफी राहत मिली और मौसम सुहावना हो गया था। कुछ देर के लिए बूंदाबांदी भी हुई। शाम तक मौसम सुहावना ही बना रहा। सेहत का रखें ध्यान
चिकित्सक डा. पंकज गर्ग ने बताया कि मौसम में बदलाव के चलते वायरल बुखार का प्रकोप भी बढ़ रहा है। ऐसे में ठंडी चीजों का सेवन न करें, साफ-सफाई का ध्यान रखें। मच्छरों से भी बचाव रखें, क्योंकि मलेरिया-डेंगू का खतरा भी बना हुआ है। पौष्टिक आहार लें। साथ ही कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का भी पालन करते रहें। फसलों को नुकसान नहीं
कृषि विज्ञान केंद्र शामली के वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने बताया कि हवा धीमी रही। साथ ही बूंदाबांदी ही हुई। ऐसे में फसलों को कोई नुकसान नहीं है। बारिश के साथ हवा चलती तो धान, गन्ने की फसल को काफी नुकसान होता। बारिश से भूमि में नमी बढ़ती और पौधों की जड़ हवा में उखड़ जाती।