बिजलीघर पर भाकियू ने दिया धरना
खोड़समा में स्थित बिजलीघर पर भाकियू के बैनर तले खोड़समा व सकौती के किसानों ने नलकूपों का अधिभार बढ़ाए जाने का विरोध करते हुए धरना दिया। मौके पर पहुंचे जेई सिकंदर यादव ने ज्ञापन लेकर किसानों का धरना समाप्त कराया।
शामली, जागरण टीम। खोड़समा में स्थित बिजलीघर पर भाकियू के बैनर तले खोड़समा व सकौती के किसानों ने नलकूपों का अधिभार बढ़ाए जाने का विरोध करते हुए धरना दिया। मौके पर पहुंचे जेई सिकंदर यादव ने ज्ञापन लेकर किसानों का धरना समाप्त कराया।
चौसाना के गाव खोड़समा में स्थित बिजलीघर पर शनिवार की सुबह भाकियू कार्यकर्ताओं ने सकौती गांव के किसानों के साथ मिलकर धरना-प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि विद्युत विभाग के कर्मचारी किसानों के नलकूपों का भार बढ़ाने के लिए जांच कर रहे हैं और अधिभार की बढ़ोतरी में लगे हुए हैं। किसानों ने मांग की कि निजी नलकूपों का भार ना बढ़ाया जाए तथा बकाया बिल भुगतान के लिए वर्ष में दो बार फसल पर ही किया जाए। साथ ही एक वर्ष से कम बिल वालें उपभोक्ताओं के विद्युत कनेक्शन ना काटे जाएं तथा किसानों की ट्यूबवेल पर मीटर ना लगाया जाए। किसानों ने सुबह नौ बजे धरना शुरू किया और दोपहर के दो बजे तक धरना चला। धरने की सूचना पर जेई सिकंदर यादव मौके पर पहुंचे और किसानों से विभिन्न मांगों का ज्ञापन लिया। धरने में किसान व भाकियू कार्यकर्ता कृष्णपाल, राजवीर, प्रदीप, राजकुमार, पप्पू, नीटू, बाबू, रामफल, विपिन, राजेन्द्र, बाबू, नाजिम, सचिन आदि मौजूद रहे। भाकियू किसान सेना ने दो लोगों को संगठन से निकाला
संवाद सूत्र, कांधला : भाकियू किसान सेना ने दो लोगों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखाया है। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि दोनों लोग अधिकारियों को संगठन के नाम पर अपने आप को पदाधिकारी बताकर फोन करते थे, जबकि दोनों पर कोई दायित्व नहीं है।
शुक्रवार को कस्बे में भाकियू किसान सेना की एक बैठक हुई। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता विक्रांत चौधरी ने बताया कि पूर्व राष्ट्रीय संगठन प्रभारी सगीर त्यागी और रालोद कार्यकर्ता नकुल अहलावत खुद को पश्चिम उत्तर प्रदेश अध्यक्ष बताते हुए अधिकारियों को फोन करते थे। इस संबंध शिकायत मिल रही थी। दोनों लोगों का संगठन से कोई लेना देना नहीं है।