पौधे लगाने के साथ पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता फैला रहे भूपेंद्र
पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग डा. भूपेंद्र ने अपने घर में औषधीय पौधों की वाटिका बनाई हुई है और समय-समय पर अन्य स्थानों पर भी पौधे लगाते हैं। साथ ही उनका ध्यान भी रखते हैं। युवा पीढ़ी को साथ जोड़ रहे हैं।
शामली, जागरण टीम। पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग डा. भूपेंद्र ने अपने घर में औषधीय पौधों की वाटिका बनाई हुई है और समय-समय पर अन्य स्थानों पर भी पौधे लगाते हैं। साथ ही उनका ध्यान भी रखते हैं। युवा पीढ़ी को साथ जोड़ रहे हैं।
रेल पार निवासी डा. भूपेंद्र कुमार वीवी पीजी कालेज में अस्सिटेंट प्रोफेसर हैं और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सह जिला नोडल अधिकारी हैं। उन्होंने अपने घर के आंगन और छत पर एलोविरा, तुलसी, गिलोय, अशोक, आक्खा के पौधे लगाए हुए हैं। अधिकांश गमले में लगे हैं। अशोक के कुछ पौधे घर के बाहर भी लगाए थे, जो पेड़ बन गए हैं। वह सुबह नींद से जागने के बाद करीब एक घंटा पौधों को पानी देने और देखभाल में बिताते हैं। हरियाली के बीच ही एक घंटा योगासन व प्राणायाम भी करते हैं। उन्होंने बताया कि वह थोड़े-थोड़े दिन बाद पौधे लाते रहते हैं। कालेज के छात्र-छात्राओं के साथ ही समय-समय पर पौधे लगाते हैं। पूर्वी यमुना नहर किनारे, भैंसवाल रोड, मुंडेट समेत कई स्थानों पर पीपल, नीम, पिलखन के पौधे लगा चुके हैं।
विभिन्न संस्थाओं से जुड़े हैं तो उनके माध्यम से भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपने जिम्मेदारी को निभाने का प्रयास करते हैं। कहते हैं कि पर्यावरण का स्वास्थ्य ठीक होना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। जन्मदिवस व तमाम त्योहारों के मौके पर हमें पौधे लगाने चाहिए। पौधारोपण का फायदा तभी है, जब हम उनकी देखभाल करेंगे। काफी लोग पौधे लगाते हैं, लेकिन उनका ध्यान नहीं रखा जाता और वह दम तोड़ देते हैं। वह लगातार वेबिनार आयोजित कर रहे हैं और बरसात के मौसम में अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील कर रहे हैं।