जिदगी की हकीकत बयां कर रहीं आर्ची की किताबें

कोविड-19 के दौरान लाकडाउन के चलते पूरी दुनिया अकेलेपन से जूझ रही थी। कहीं रोजी-रोटी का संकट था तो कहीं अपनों को खोने का गम। इस माहौल में कोई रास्ता न सूझता देख लोग हताश-निराश भी हुए लेकिन कुछ लोगों ने इस आपदा को अवसर में तब्दील करने में ऊर्जा लगा दी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:23 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:23 PM (IST)
जिदगी की हकीकत बयां कर रहीं आर्ची की किताबें
जिदगी की हकीकत बयां कर रहीं आर्ची की किताबें

जेएनएन, शामली। कोविड-19 के दौरान लाकडाउन के चलते पूरी दुनिया अकेलेपन से जूझ रही थी। कहीं रोजी-रोटी का संकट था तो कहीं अपनों को खोने का गम। इस माहौल में कोई रास्ता न सूझता देख लोग हताश-निराश भी हुए लेकिन कुछ लोगों ने इस आपदा को अवसर में तब्दील करने में ऊर्जा लगा दी। कांधला की बिटिया आर्ची आडवाणी इसकी जीती-जागती मिसाल हैं। लाकडाउन में उनके बाबा की मौत हुई तो परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। बहादुर बिटिया ने परिवार को हौसला देते हुए लाकडाउन में आठ शानदार किताबें लिख दीं। जीवन की हकीकत को पन्नों पर उतारकर उन्होंने नई पीढ़ी को यह संदेश भी दिया कि लगन और हौसले की परवाज को कभी कोई बाधा रोक नहीं सकती।

कांधला कस्बा निवासी संजीव कुमार की बेटी आर्ची आडवाणी ने साल 2018 में शहर के स्काटिश स्कूल में इंटरमीडिएट की पढ़ाई के दौरान एक सेमिनार में प्रतिभाग किया। इसमें उन्हें लिखने का मौका दिया गया। उसी के बाद से उन्होंने किताब लिखने की शुरुआत की। साल 2020 में लाकडाउन के दौरान उन्होंने पहली पुस्तक मई में अपने बाबा की मौत के बाद लिखनी शुरू की। पहली पुस्तक कविताओं का भार भाग-1 उन्होंने तीन सप्ताह में पूरी की। इसका प्रकाशन चेन्नई में कराया। इसके बाद उनकी दूसरी पुस्तक भी कविताओं का भार भाग-2 आई। उसके बाद अभी तक आठ पुस्तक लिख चुकी हैं। इनमें विभिन्न प्रकार की कहानियां हैं। उनकी पहली दो किताबों का प्रकाशन चेन्नई में जबकि बाद की किताबों का प्रकाशन मुंबई में हुआ। वहां से वेबसाइट के माध्यम से पुस्तकों की आनलाइन बिक्री की गई। उनकी सात पुस्तक बाजार में हैं और आठवीं भी जल्द आने वाली है। आर्ची की पहली सात पुस्तक अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित हुई। वहीं आठवीं पुस्तक हिदी भाषा में है। इसका जल्द विमोचन होगा।

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आर्ची की पुस्तकें

-कविताओं का भार भाग 1

-कविताओं का भार भाग -2

-विश्वास ही सब है।

-स्वीकारोक्ति

-जिदगी एक सच्चा झूठ

-प्यार की यात्रा

-यह सब भाग्य के बारे में है।

-पेरिस की गलियां

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