जमाखोरी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ बढ़ने लगा आक्रोश

कोरोना महामारी व लाकडाउन का बहाना बनाकर आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 11:20 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 11:20 PM (IST)
जमाखोरी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ बढ़ने लगा आक्रोश
जमाखोरी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ बढ़ने लगा आक्रोश

जेएनएन, शामली। कोरोना महामारी व लाकडाउन का बहाना बनाकर आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढने लगा है। कस्बा गढ़ीपुख्ता में कुछ व्यापारियों द्वारा की जा रही जमाखोरी व सामान को दोगुने-तिगुने दामों पर बेचने के खिलाफ कस्बे के एक युवक ने एसडीएम ऊन से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। युवक ने दुकानों पर रेट लिस्ट चस्पा कराए जाने की भी मांग की।

कोरोना महामारी के चलते लाकडाउन लगने की आशंका के चलते कुछ जमाखोर व्यापारियों द्वारा खाद्य सामग्री के साथ-साथ अन्य सामान का स्टाक करना शुरू कर दिया है। उक्त व्यापारी लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर दोगुने-तिगुने दामों पर सामान दे रहे हैं जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कस्बा गढ़ीपुख्ता में भी कुछ व्यापारियों ने कोरोना महामारी व लाकडउन का बहाना बनाकर खाद्य सामग्री का स्टाक कर उसे महंगे दामों पर बेचना शुरू कर दिया है जिससे कस्बेवासियों में आक्रोश है। कस्बा निवासी एक युवक ने एसडीएम ऊन को भेजे एक शिकायती पत्र में कहा है कि कस्बे के कई बडे व्यापारी कोरोना महामारी व लाकडाउन का बहाना बनाकर सामान के दोगुने-तिगुने दाम वसूल रहे है। जब व्यापारियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पीछे से ही सामान महंगा आ रहा है। युवक ने बताया कि सरसों का तेल जो पहले 140 रुपये प्रति लीटर था अब वे 160 से 170 रुपये प्रतिलीटर बेचा जा रहा है, चीनी 35 के स्थान पर 38 से 40 रुपये, बीडी का बंडल 10 के बजाय 15 रुपये, 20 वाला बंडल 30 से 35 रुपये की दर से बेचा जा रहा है। इसके अलावा दिलबाग, घी आदि सामान के दाम भी महंगे कर दिए गए हैं, ऐसे में गरीब परिवारों के सामने समस्या खडी हो गयी है। उसने एसडीएम से दुकानों पर कंट्रोल रूम का नंबर व रेट लिस्ट चस्पा करने की मांग की है तथा व्यापारियों द्वारा की जा रही आवश्यक सामानों की जमाखोरी व कालाबाजारी पर रोक लग सके।

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