आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट में बुलंद की आवाज
आंगनबाडी कर्मचारी व सहायिका एसोसिएशन के तत्वावधान में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा।
शामली, जागरण टीम। आंगनबाडी कर्मचारी व सहायिका एसोसिएशन के तत्वावधान में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एडीएम संतोष कुमार सिंह को सौंपा। जिसमें उन्होंने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने की मांग दोहराई है।
शुक्रवार को आंगनबाडी कर्मचारी व सहायिका एसोसिएशन के तत्वावधान में काफी संख्या में आंगनबाडी कार्यकर्ता कलक्ट्रेट पहुंची। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी घोषणा पत्र में सरकार बनने के 120 दिनों के भीतर आंगनबाडी का सम्मानजनक मानदेय बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन सरकार बने लगभग पांच वर्ष पूरे हो चुके हैं, लेकिन घोषणा पत्र का वादा पूरा नहीं किया गया। वर्ष 2017 में आंगनबाडी का मानदेय आठ हजार से बढ़ाकर 10 हजार करने का आश्वासन दिया था, लेकिन नहीं दिया गया।
उन्होंने मांग की कि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, मिनी कार्यकर्ताओं एवं सहायिका की सेवा नियमावली बनाई जाए। राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। जब तक संभव नहीं तब तक आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को 18 हजार रुपये प्रतिमाह तथा सहायिकाओं को नौ हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाए। 10 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को योग्यता के आधार पर प्रतिवर्ष मुख्य सेविका के पद पर पदोन्नति दी जाए।
इसके साथ ही 62 वर्ष पार कर चुकी आंगनबाडी को बिना पेंशन व ग्रेजुएटी के सेवा निर्मित कर दिया गया है। उन्हें पेंशन व ग्रेच्युटी देकर सेवानिवृत्त किया जाए। प्रदेश में लगभग 65 हजार आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का माह नवंबर तक दिसंबर 2017 के रूके हुए मानदेय का तत्काल भुगतान कराया जाए। कार्यकर्ताओं को ईपीएफ योजना का लाभ दिया जाए। फोन उपलब्ध कराया जाए और प्रतिमाह मोबाइल खर्च भी दिया जाए। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सरिता जयंत, नीलम रोहिला, प्रवीप तरार, सुमनलता, शर्मिष्ठा, प्रविता देवी, ललिता देवी, बंटी शर्मा, अंजाना रानी, सरिता, आरती, रंजना, पिंकी, पूनम व मौसमी आदि मौजूद रहे।