गन्ने के रकबे में 2.34 फीसद की बढ़ोतरी

जिले में हुए सैंपल सर्वे के नतीजे सामने आ गए हैं। पिछले साल के मुकाबले गन्ने के रकबे में 2.34 फीसद बढ़ोतरी है। हालांकि पूरे जिले का सर्वेक्षण जारी है और 30 जून तक पूरा हो सकता है। इसके बाद स्पष्ट आंकड़े सामने आएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 10:33 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 10:33 PM (IST)
गन्ने के रकबे में 2.34 फीसद की बढ़ोतरी
गन्ने के रकबे में 2.34 फीसद की बढ़ोतरी

शामली, जागरण टीम। जिले में हुए सैंपल सर्वे के नतीजे सामने आ गए हैं। पिछले साल के मुकाबले गन्ने के रकबे में 2.34 फीसद बढ़ोतरी है। हालांकि पूरे जिले का सर्वेक्षण जारी है और 30 जून तक पूरा हो सकता है। इसके बाद स्पष्ट आंकड़े सामने आएंगे।

जिले में थानाभवन, शामली और ऊन में चीनी मिल है। साथ ही तितावी और खतौली चीनी मिल को भी कुछ गांवों के किसान गन्ना बेचते हैं। उक्त मिलों के क्रय केंद्र हैं। थानाभवन एवं ऊन चीनी मिल में पेराई सत्र का समापन मई के पहले सप्ताह में हो गया था। शामली चीनी मिल में मई के दूसरे सप्ताह में पेराई बंदी हुई थी। पेराई सत्र समापन के बाद चीनी मिलों और गन्ना विकास परिषद के कार्मिकों ने संयुक्त रूप से सर्वेक्षण शुरू किया गया। जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि सैंपल सर्वे के लिए जिले में 45 गांव चयनित किए गए थे। यह सर्वे क्षेत्रफल और गन्ने की फसल की स्थिति को जानने के लिए किया जाता है। पिछले साल के मुकाबले पौधे गन्ने में 8.81 फीसद की बढ़ोतरी और पेड़ी गन्ने में 3.04 फीसद की कमी आई है। कुल क्षेत्रफल में 2.34 फीसद की बढ़ोतरी का अनुमान है। सर्वेक्षण पूरा होने के बाद ही स्पष्ट आंकड़े आएंगे। बतादें कि पिछले साल गन्ने की क्षेत्रफल में कुल 13 फीसद की बढ़ोतरी हुई थी। अच्छी है इस बार फसल

पिछले साल के मुकाबले गन्ने की फसल अच्छी है। पिछले साल काफी रोग भी आए थे और बरसात भी कम हुई थी। ऐसे में गन्ने की फसल कमजोर थी। अच्छी फसल का कारण यह भी है कि इस बार चीनी मिल पिछले साल के मुकाबले पहले बंद हो गई। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने बताया कि पौधा गन्ना कटने के बाद पेड़ी गन्ना बनता है। समय से पौधा गन्ना कट जाने के बाद पेड़ी गन्ने को बढ़वार के लिए अधिक समय और अनुकूल वातावरण मिलता है। वर्ष, गन्ने का क्षेत्रफल

2017-18, 53930 हेक्टेयर

2018-19, 61357 हेक्टयेर

2019-20, 69876 हेक्टेयर

2020-21, 79700 हेक्टेयर

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