स्वास्थ्यकर्मियों का व्यवहार बदलने के लिए लगने लगी पाठशाला
मरीज के लिए डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मी का रिश्ता बेहद खास होता है। जिदगी-मौत के बीच जब मरीज होता है तो स्वास्थ्यकर्मी उनके लिए भगवान के रूप में खड़े होते हैं। लेकिन कुछ समय से आपसी संवाद व व्यवहार की वजह से विवाद होने लगे हैं
जेएनएन, शाहजहांपुर : मरीज के लिए डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मी का रिश्ता बेहद खास होता है। जिदगी-मौत के बीच जब मरीज होता है तो स्वास्थ्यकर्मी उनके लिए भगवान के रूप में खड़े होते हैं। लेकिन कुछ समय से आपसी संवाद व व्यवहार की वजह से विवाद होने लगे हैं।
राजकीय मेडिकल कालेज में उपचार को लेकर हुए विवाद में पुलिस तक को हस्तक्षेप करना पड़ा। ऐसे में स्वास्थ्यकर्मी, मरीज व उनके तीमारदारों के बीच संवेदनशील सामंजस्य स्थापित करने पर जोर दिया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर सीएमएस डा. एयूपी सिन्हा व मेडिकल कालेज की पीआरओ डा. पूजा त्रिपाठी पांडेय ने इस तरह के विवादों से निपटने के लिए कार्यशाला का आयोजन करना शुरू कर दिया है। 28 अगस्त तक चलने वाली इस कार्यशाला के जरिये छोटी-छोटी बातों को लेकर होने वाले विवादों को दूर कराया जा सके। इस तरह लगेगी कार्यशाला
गुरुवार को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज व वहां ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षक डा. पूजा त्रिपाठी पांडेय आमने-सामने लाकर एक-दूसरे की कमियां जानने का प्रयास किया। इसके अलावा किन-किन बातों को लेकर उत्तेजित होने से विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसके बाद उनका समाधान कराने पर जोर दिया गया। इसी तरह महिला अस्पताल, होल्डिग एरिया, ओपीडी, ट्रामा सेंटर आदि स्थानों पर कार्यशाला तीन-तीन शिफ्टों में लगेगी।
स्वास्थ्यकर्मियों को बताया जा रहा है कि यदि कोई मरीज अपनी परेशानी में उत्तेजित होकर अभद्र व्यवहार भी करने लगता है तो उसका पलटकर जवाब नहीं देना चाहिए। यदि कोई दिक्कत है तो उसका सहज भाव से निस्तारण कराना चाहिए। उम्मीद है कि इस कार्यशाला के बाद सुधार नजर आएगा।
डा. पूजा त्रिपाठी पांडेय, पीआरओ व प्रशिक्षक राजकीय मेडिकल कालेज