दिन में रेकी करते थे बदमाश, रात में कच्छा बनियान पहनकर देते थे वारदात को अंजाम

बदमाश दिन में लग्जरी गाड़ियों से ऐसे मकानों की रेकी करने जाते थे जोबदमाश दिन में लग्जरी गाड़ियों से ऐसे मकानों की रेकी करने जाते थे जहां उन्हें घटना को अंजाम देने में आसानी हो। इसके बाद रात में कच्छा-बनियान पहनकर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। आहट होने पर बदमाश एक दूसरे को पशु-पक्षियों की आवाज निकालकर भागने के लिए अलर्ट करते थे। यही वजह रही कि यह लोग पुलिस को हर बार चकमा देने में आसानी से कामयाब हो जाते थे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 04:02 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 04:02 AM (IST)
दिन में रेकी करते थे बदमाश, रात में कच्छा बनियान पहनकर देते थे वारदात को अंजाम
दिन में रेकी करते थे बदमाश, रात में कच्छा बनियान पहनकर देते थे वारदात को अंजाम

जेएनएन, शाहजहांपुर : बदमाश दिन में लग्जरी गाड़ियों से ऐसे मकानों की रेकी करने जाते थे जहां उन्हें घटना को अंजाम देने में आसानी हो। इसके बाद रात में कच्छा-बनियान पहनकर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। आहट होने पर बदमाश एक दूसरे को पशु-पक्षियों की आवाज निकालकर भागने के लिए अलर्ट करते थे। यही वजह रही कि यह लोग पुलिस को हर बार चकमा देने में आसानी से कामयाब हो जाते थे।

मदनापुर थाना क्षेत्र के इस्लामनगर पंखाखेड़ा गांव निवासी मिदरी पर चोरी व लूट के 21 मुकदमे शाहजहांपुर के अलावा आस-पास के जिलों में दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य बदमाशों पर भी 15 से 20 मुकदमे दर्ज हैं। लेकिन पुलिस इन्हें पकड़ने में हर बार नाकाम साबित हो रही थी। पुलिस के मुताबिक शाहजहांपुर छोड़ अन्य जिलों में एक से दो बार ही चोरी करते थे। इसके लिए करीब 100 किमी पहले मोबाइल बंद कर लेते थे। इसके बाद होटल या ढाबों पर अपने वाहन खड़े कर पैदल ही वारदात को अंजाम देने के लिए निकल पड़ते थे। मकान में घुसने से पहले कपड़ों से लेकर जूता-चप्पल तक निकालकर झाड़ियों में फेंक देते थे। ताकि कोई जाग भी जाए तो उन्हें पकड़ न सके।

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चोरी के बाद लटाधारी बाबा से कराते थे पूजा पाठ

बदमाशों चोरी करने के बाद आपस में बराबर-बराबर सामान बांट लेते थे। जबकि एक हिस्सा काली मां के नाम से निकाल देते थे। अगले दिन लटाधारी बाबा से पूजा पाठ कराते थे। इसके बाद अगली वारदात के लिए निकल पड़ते थे।

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पत्थर पर बनाते थे पहचान

ज्यादातर चोरी की घटनाओं को प्रमुख मार्गों पर करते थे। आहट होने पर यदि कोई साथी छूट जाता था तो उनके लिए सड़क पर किमी लिखे पत्थरों पर तीर का निशान बना देते थे। इसके अलावा सड़क पर हर सौ मीटर की दूरी पर लकड़ी की डाल तोड़कर डालते जाते थे। ताकि घटना स्थल से कुछ दूरी पर एक-दूसरे से मिल सके। लगेगी गैंगस्टर, जब्त होगी संपत्ति

एसपी एस आनंद ने बताया पकड़े गए सभी बदमाशों पर पहले से मुकदमे दर्ज है। ऐसे में सभी पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि अपराध से जो संपत्ति बदमाशों ने अर्जित की है उसे जब्त करने की कार्रवाई भी जल्द की जाएगी। इनके गिरोह के कुछ सदस्य जेल में भी बंद है। फिर शुरू होगा आपरेशन बंजारा

जिले में तमाम ऐसे लोग है जो अपनी पहचान छिपाकर रह रहे है। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस एक बार फिर आपरेशन बंजारा चलाएगी। ताकि इन सभी के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। गत वर्ष जो अभियान शुरू किया गया था वह चंद दिनों में की कोरोना की वजह से बंद हो गया था। प्रतापगढ़ से आए प्रधान

पकड़े गए बदमाशों के बारे में जब प्रतापगढ़ जिले के बाघराय थाना क्षेत्र के शमसपुरदामू गांव निवासी प्रधान आदित्य प्रकाश को लगी तो वह भी शाहजहांपुर आ गए। आदित्य के घर नौ जून को बदमाशों ने नकदी समेत करीब 50 लाख रुपये का सामान चोरी कर लिया था। इसके बाद कपड़े से सभी को बांध दिया था। उन्होंने एसपी से इस मामले में बात की। पुलिस के मुताबिक इन बदमाशों की आठ व नौ जून को प्रतापगढ़ जिले में लोकेशन मिली है।

पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। जिन जिलों में चोरी करने की बात को कबूल किया है वहां के एसपी को भी सूचना दी गई है। इस गिरोह में और कितने लोग शामिल इस पर भी काम चल रहा है।

एस आनंद, एसपी

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