सीमेट फैक्ट्री में सात घंटे चली जांच, 12 घंटे पूछताछ में सिर्फ नियमों की अनदेखी

जमौर में सीमेंट फैक्ट्री की जांच में टीमों को कुछ खास हाथ नहीं लगा। सोमवार की रात ढाई बजे तक चली जांच और मंगलवार तक करीब 12 घंटे की पूछताछ में सिर्फ नियमों की अनदेखी सामने आयी। हालांकि सीमेंट की 50 बोरियों की तौल में 19 बोरियों का वजन कम पाया गया। लेकिन नामचीन कंपनियों के मिलते जुलते नामों से सीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री संचालक के पास सभी अभिलेख पूरे मिले है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Jul 2021 01:16 AM (IST) Updated:Wed, 07 Jul 2021 01:16 AM (IST)
सीमेट फैक्ट्री में सात घंटे चली जांच, 12 घंटे पूछताछ में सिर्फ नियमों की अनदेखी
सीमेट फैक्ट्री में सात घंटे चली जांच, 12 घंटे पूछताछ में सिर्फ नियमों की अनदेखी

शाहजहांपुर, जेएनएन: जमौर में सीमेंट फैक्ट्री की जांच में टीमों को कुछ खास हाथ नहीं लगा। सोमवार की रात ढाई बजे तक चली जांच और मंगलवार तक करीब 12 घंटे की पूछताछ में सिर्फ नियमों की अनदेखी सामने आयी। हालांकि सीमेंट की 50 बोरियों की तौल में 19 बोरियों का वजन कम पाया गया। लेकिन नामचीन कंपनियों के मिलते जुलते नामों से सीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री संचालक के पास सभी अभिलेख पूरे मिले है।

जमौर औद्योगिक परिक्षेत्र में सोमवार शाम बरेली से आई स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) तथा थाना कांट पुलिस व बांट माप विभाग की टीम के साथ सीमेंट प्लांट पर छापा मारा था। वहां बड़ी संख्या में सीमेंट की पैक बोरियां व कच्चा माल बरामद किया। अनियमितता की आशंका में प्लांट संचालक समेत दो लोगों को हिरासत में लिया गया। इसके बाद टीम ने रात ढाई बजे तक जांच की। वरिष्ठ बांट माप निरीक्षक एसके मिश्रा के निर्देशन में 50 बोरिेयों की तौल कराई गई। 19 बोरियों का वजन कम मिला। इनमें दो कट्टों में 1.5 किलोग्राम वजन कम पाया गया। जबकि निर्माण स्थल पर पूरा वजन पाए जाने का नियम है।

इन ब्रांड के टीम ने चेक किए ट्रेडमार्क, जब्त किए अभिलेख

जांच में टीम को प्राख्यात कंपनियों के उत्पादों से मेल खाते ब्रांड नेम मिले। लेकिन नाम के साथ अन्य शब्द जुडे होने के साथ अधिकृत ट्रेडमार्क भी पाया गया। एसटीएफ ने यूपी हाइटेक, बिरला डायमंड, क्वालिटी द दमदार सीमेंट, बुलंद सीमेंट, जेपी गोल्ड सीमेंट, परफेक्ट पावर प्रो आदि नाम के ट्रेड मार्क अभिलेख कब्जे में लिए है, जिन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है। लेकिन प्रथम दृष्टया अभिलेख सही पाए गए है। एसटीएफ के रडार पर फैक्ट्री संचालक

एसटीएफ ने रिषीकेश सीमेट कंपनी के विक्रम तनेजा समेत दो लेागों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। मंगलवार सुबह दोनों को छोड़ दिया गया। लेकिन एसटीएफ ने फैक्ट्री संचालक को अपने रडार पर रखा है। उपायुक्त वाणिज्य कर व उद्योग ने भी लिया संज्ञान

वाणिज्य कर विभाग ने उपायुक्त जेपी राय तथा उद्योग केंद्र उपायुक्त दुर्गेश कुमार ने भी सीमेंट फैक्ट्री प्रकरण की जांच की। दोनों अधिकारियों ने विभाग संबंधी अभिलेख पूरे होने की बात कही है। दिसंबर 2021 तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का भी अभिलेख पाया गया। जिसे जांच के लिए संबंधित विभाग को भेजा जाएगा। सीमेंट फैक्ट्री के छापे में नियमों की अनदेखी सामने आयी हे। कोई अपराध का मामला सामने नहीं आया। इसलिए पूछताछ के बाद फैक्ट्री संचालक को छोड़ दिया गया। मौके से मिले अभिलेखों का परीक्षण कराया जा रहा है।

एस आनंद पुलिस अधीक्षक

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