दाई से कराया प्रसव, नवजात की मौत पर स्वजन ने किया हंगामा

अस्पताल के बजाय दाई से प्रसव कराने पर शुक्रवार को नवजात की मौत हो गई। जबकि महिला की जान भी खतरे में पड़ गई। स्वजन ने दाई पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दी। जिससे मौका पाकर दाई वहां से खिसक ली। पुलिस ने हंगामा कर रहे स्वजन को शांत कराया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 12:50 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 12:50 AM (IST)
दाई से कराया प्रसव, नवजात की मौत पर स्वजन ने किया हंगामा
दाई से कराया प्रसव, नवजात की मौत पर स्वजन ने किया हंगामा

जेएनएन, शाहजहांपुर : अस्पताल के बजाय दाई से प्रसव कराने पर शुक्रवार को नवजात की मौत हो गई। जबकि महिला की जान भी खतरे में पड़ गई। स्वजन ने दाई पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दी। जिससे मौका पाकर दाई वहां से खिसक ली। पुलिस ने हंगामा कर रहे स्वजन को शांत कराया। इसके बाद स्वास्थ्य केंद्र पर महिला को भर्ती कराया गया।

सरकार भले ही सुरक्षित प्रसव कराने पर जोर दे रही हो लेकिन उसके बाद भी कुछ लोग पुरानी परंपराओं पर चलकर महिला व उसके बच्चे की जान खतरे में डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया। जलालाबाद थाना क्षेत्र के वजीदापुर गांव निवासी रामदेव अपनी पत्नी पूजा को प्रसव पीड़ा हुई। स्वजन अस्पताल में ले जाने के बजाय क्षेत्र के ही काशीराम कालोनी निवासी एक दाई के पास लेकर पहुंच गए। जहां पूजा ने बेटी को जन्म दिया लेकिन उसकी सांसे नाम मात्र ही चल रही थी। ऐसे में स्वजन ने दाई पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। जिससे वहां भीड़ लग गई। पुलिस के पहुंचने से पहले ही दाई वहां से खिसक ली। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को अस्पताल भिजवाया जहां डाक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। जोखिम में न डाले जान, इनका रखे ध्यान

- हर माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस मनाया जाता है। जिसमे गर्भवती महिलाओं कर निश्शुल्क जांचें होती है।

- जननी सुरक्षा योजना के तहत सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने पर महिलाओं को उनके स्वास्थ्य की देखरेख के लिए धनराशि भी दी जाती है।

- प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को पांच हजार रुपये सरकार की ओर से सीधे महिलाओं के खाते में भेजे जाते है।

- ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर मनाया जाता है। जिसमे विशेषज्ञ के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को जागरूक किया जाता है ताकि वह संस्थागत प्रसव कराएं।

- सरकार 102 एंबुलेंस महिलाओं के लिए चला रही है। जिसमे प्रसव पूर्व की जांच से लेकर प्रसव कराने के लिए भी महिलाओं को अस्पताल लाने व घर तक ले जाने का काम करती है।

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हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर गई थी। हालांकि इस मामले में कोई तहरीर नहीं दी गई है। यदि तहरीर आती है तो मामले की जांच कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जसवीर सिंह, प्रभारी निरीक्षक

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