Swami Chinmayananda Case : स्वामी चिन्मयानंद की तबीयत बिगड़ी, मेडिकल कॉलेज से पहुंची डॉक्टरों की टीम

शाहजहांपुर में दो कॉलेज के प्रबंधक तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ आज दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हो सकता है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 16 Sep 2019 12:37 PM (IST) Updated:Tue, 17 Sep 2019 08:31 AM (IST)
Swami Chinmayananda Case : स्वामी चिन्मयानंद की तबीयत बिगड़ी, मेडिकल कॉलेज से पहुंची डॉक्टरों की टीम
Swami Chinmayananda Case : स्वामी चिन्मयानंद की तबीयत बिगड़ी, मेडिकल कॉलेज से पहुंची डॉक्टरों की टीम

शाहजहांपुर, जेएनएन। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं। छात्रा ने सोमवार को अपने बयान कोर्ट में पहुंचकर दर्ज करा दिए हैं। इसके बाद देर शाम स्वामी चिन्मयानंद की तबीयत बिगड़ गई। सोमवार रात को स्वामी चिन्मयानंद की तबीयत खराब हो गई। इसकी जानकारी मिली तो मेडिकल कॉलेज से चिकित्सकों को बुलाया गया। कुछ निजी चिकित्सक भी आ गए। जांच के बाद पता चला कि उन्हें डायरिया हुआ है। प्राथमिक उपचार के बाद रात करीब दस बजे चिकित्सक वहां से चले गए। स्वामी चिन्मयानंद मुमुक्षु आश्रम के दिव्य धाम में रहते हैं।

सोमवार रात करीब नौ बजे उन्होंने वहां आश्रम में रहने वाले स्टाफ के कुछ लोगों को बताया कि उन्हें बेहद कमजोरी है। वहां से राजकीय मेडिकल कालेज को फोन किया गया। कुछ ही देर में चिकित्सकों की आठ सदस्यीय टीम वहां पहुंची। विभिन्न जांचों के बाद डॉक्टर एमएल अग्रवाल ने बताया कि स्वामी चिन्मयानंद को डायरिया हुआ है। चूंकि वह शुगर के मरीज पहले ही हैं इसलिए लूज मोशन होने से उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। स्वामी चिन्मयानंद पुलिस की निगरानी में अपने आश्रम में हैं।    

छात्रा ने काेर्ट में दर्ज कराए बयान, स्वामी पर दर्ज हो सकता है मुकदमा

शाहजहांपुर में दो कॉलेज के प्रबंधक तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ आज दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस मामले की जांच कर रही एसआइटी की टीम को 23 सितंबर को अपनी जांच रिपोर्ट पेश करनी है। शाहजहांपुर में स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप में बयान दर्ज कराने छात्रा सीजेएम कोर्ट पहुंची है।

माना जा रहा है कि छात्रा के बयान बयान के बाद स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो सकता है। इसके बाद आज शाम तक उनकी गिरफ्तारी की भी संभावना है। इस मामले की जांच कर रही एसआइटी सभी पक्षों से पूछताछ कर चुकी है। छात्रा को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट लाया गया है। कड़ी सुरक्षा के बीच छात्रा के सीजीएम कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज होंगे। कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात है। एसआईटी छात्रा के बयान 161 के तहत पहले ही दर्ज कर चुकी है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा को बयान दर्ज कराने के लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। माना जा रहा है कि इसके बाद चिन्मयानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा। जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है।  सोमवार सुबह करीब दस बजे छात्रा पुलिस सुरक्षा में घर से सीजेएम कोर्ट के लिए निकली। वहां उसे ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम गीतिका सिंह की कोर्ट में ले जाया गया। जहां उसके बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। 

छात्रा ने पांच सितंबर को दिल्ली के लोधी रोड थाने में स्वामी चिन्यामनंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए जीरो क्राइम नंबर पर एफआइआर दर्ज कराई थी। नियमानुसार वहां से एफआइआर एसआइटी को स्थानांतरित कर दी गई। अब शाहजहांपुर में उस एफआइआर पर क्राइम नंबर पडकर आगे की कार्रवाई होनी चाहिए थी मगर ऐसा नहीं हुआ। चूंकि एसआइटी अपने स्तर से जांच कर रही थी इसलिए दिल्ली में दर्ज मुकदमे को जांच पूरी होने तक यहां दर्ज होने से रोक दिया गया। जांच के क्रम में नौ सितंबर से 13 सितंबर तक एसआइटी ने चिन्‍मयानंद, छात्रा, उसके मां-पिता, दोस्त संजय से पूछताछ की। चिन्‍मयानंद के दोनों कॉलेजों के प्राचार्यों को भी बुलाया।  14 सितंबर को छात्रा के पिता ने एसआइटी को एक पेन ड्राइव दी थी, जिसमें छात्रा के साथ दुष्कर्म व यौन शोषण संबंधी वीडियो क्लिप होने का दावा किया था।उसी दिन पुलिस ने छात्रा के 161 के बयान दर्ज कर लिए थे। अब 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने बयान होने बाकी थे, जिसके लिए सोमवार दोपहर को छात्रा कोर्ट पहुंच गई। 

मुकदमा दर्ज होते ही किसी भी समय गिरफ्तारी 
शाम चार बजे तक छात्रा कोर्ट में रहेगी। उसके बयान के बाद महिला पुलिस इंस्पेक्टर उसका अवलोकन करेगी। फ‍िर विवेचना व कोर्ट के आदेश के आधार पर स्वामी चिन्मानंद के खिलाफ दर्ज छात्रा के अपहरण की एफआइआर दुष्कर्म में तरमीम हो जाएगी, जिसके साथ ही स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी किसी भी समय होने की संभावना बढ़ जाएगी।

क्या था मामला
24 अगस्त को छात्रा ने वीडियो वायरल कर स्‍वामी चिन्‍मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए जिसके बाद वह लापता हो गई। मामला चर्चा में आने पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया। छात्रा पुलिस को राजस्‍थान से तलाश लाई, कोर्ट में पेश किया‍ जिसके बाद एसआइटी जांच के आदेश हुए। इस बीच दस सितंबर को छात्रा कुछ वीडियो वायरल हुए जिन्‍हें चिनमयानंद व छात्रा से जोडा जा रहा। छात्रा ने चिन्‍मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। उन पर अपहरण का मुकदमा भी 27 अगस्‍त को दर्ज कराया जा चुका। जबकि चिन्‍मयानंद के वकील ओम सिंह ने 22 अगस्‍त को पांच करोड की रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कराया था।

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