महाविद्यालयों में आठ माह बाद लगी क्लास, 30 फीसद विद्यार्थी पहुंचे

जनपद के 52 महाविद्यालयों में सोमवार को आठ माह बाद विधिवत कक्षाओं का संचालन हुआ। स्नातक प्रथम वर्ष के तीस फीसद छात्रा- छात्राओं ने उपस्थिति दर्ज कराई। पदोन्नति से स्नातक द्वितीय वर्ष में पहुंचे विद्यार्थी भी खुद को रोक न सके।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 12:30 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 12:30 AM (IST)
महाविद्यालयों में आठ माह बाद लगी क्लास, 30 फीसद विद्यार्थी पहुंचे
महाविद्यालयों में आठ माह बाद लगी क्लास, 30 फीसद विद्यार्थी पहुंचे

जेएनएन, शाहजहांपुर : जनपद के 52 महाविद्यालयों में सोमवार को आठ माह बाद विधिवत कक्षाओं का संचालन हुआ। स्नातक प्रथम वर्ष के तीस फीसद छात्रा- छात्राओं ने उपस्थिति दर्ज कराई। पदोन्नति से स्नातक द्वितीय वर्ष में पहुंचे विद्यार्थी भी खुद को रोक न सके। तमाम कॉलेज पहुंच गए। प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों ने इंटर कॉलेज व महाविद्यालय को बदलाव की सुखद अनुभति की।

मास्क व सैनिटाइजर के साथ मिला प्रवेश, छह फिट पर बैठे विद्यार्थी

सभी महाविद्यालयों में कोविड गाइड लाइन का अनुपालन किया गया। एसएस कॉलेज, जीएफ कॉलेज, आर्य महिला कॉलेज समेत तिलहर, जलालाबाद, कलान, पुवायां आदि क्षेत्रों के महाविद्यालयों में परीक्षा के तरह प्रवेश दिया गया। विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिग के साथ पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन व हृदयगति को नापा गया। इसके बाद हाथों को सैनिटाइज कराकर प्रवेश दिया गया। कक्षा में छह फिट की दूरी पर विद्यार्थियों को बिठाया गया। प्रवेश द्वार पर प्राचार्य भी मौजूद रहे।

अभिभावकों का देखा सहमति पत्र

कॉलेज के शिक्षकों ने प्रवेश द्वार पर अभिभावकों की ओर से दिया गया सहमति पत्र भी देखा। एसएस कॉलेज में कई छात्र बिना सहमति पत्र के पहुंच गए। प्राचार्य ने उन्हें प्रवेश तो दिया लेकिन अगली बार सहमति पत्र को जरूरी बताया।

नोट की समय सारिणी, मास्क से दिखाया चेहरा

महाविद्यालय पहुंचे विद्यार्थियों ने पहले दिन समय सारिणी को नोट किया। इस दौरान शिक्षक व विद्यार्थियों ने परस्पर पहचान के लिए मास्क हटाकर चेहरा भी दिखाया। आठ माह बाद दोबारा मिली बीए, बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने कॉलेज में सहपाठियों को देख खुशी जताई। बीए वर्ष की परीक्षा में एक पेपर हुआ था। इसके बाद लॉकडाउन लग गया। विश्वविद्यालय ने द्वितीय वर्ष में पदोन्नति दे दी है। आज पहले दिन कक्षा को ज्वाइन कर बहुत अच्छा लगा। नियमित कक्षा में आउंगी और कोविड गाइड लाइन का पालन भी करूंगी।

बीटू सिंह महाविद्यालय में पहले दिन का अनुभव बेहद सुखद रहा। आठ माह बाद विद्यालय खुला। शिक्षकों से मिली। सहपाठियों से भेंट की। हमारी कक्षा में सिर्फ 18 छात्राएं थी। कक्षा की पढ़ाई को जारी रखूंगी।

आयूषी त्रिपाठी सितंबर में आर्य महिला महाविद्यालय में प्रवेश मिला था। कॉलेज आने का अब सपना पूरा हुआ। बहुत अच्छा लगा। मम्मी पापा ने कोविड गाइड लाइन के अनुपालन की सीख दी है। मास्क व सैनिटाइज कर प्रयोग नियमित करूंगी।

महिमा मैंने आर्य कन्या से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। अब महाविद्यालय में अध्ययन का अवसर मिला है। पहले दिन अंग्रेजी की पढाई की। शिक्षिकाओं ने भी कोविड से बचाव का संदेश दिया। मास्क, सैनिटाइजर व दो गज की दूरी को जिदगी का हिस्सा बनाउंगी

जुली प्रजापति विश्वविद्यालय ने स्नातक प्रथम वर्ष की कक्षा संचालन की अनुमति दी है। पहले दिन करीब तीस फीसद छात्र- छात्राओं ने कक्षा में उपस्थिति दर्ज कराई। सभी को कोविड गाइड लाइन के अनुसार मास्क व सैनिटाइजेशन के साथ प्रवेश दिया गया। द्वितीय वर्ष के भी कई विद्यार्थी आ गए। स्नातक प्रथम वर्ष को छोड़ परास्नातक स्तर तक की कक्षाओं में अभी प्रवेश भी चल रहे है।

डा. अवनीश मिश्रा, प्राचार्य, एसएस कॉलेज

फैक्ट फाइल

- 52 महाविद्यालय है जिले में

- 85 हजार के करीब विद्यार्थी पंजीकृत है स्नातक व परास्नातक कक्षाओं में

- 30 फीसद विद्यार्थी पहुंचे पहले दिन

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