महिला उत्पीड़न पर सामने आई पुलिस की लापरवाही

राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता बंसल की जनसुनवाई के दौरान महिला उत्पीड़न के मामलों में पुलिस की लापरवाही सामने आ गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jun 2019 11:49 PM (IST) Updated:Fri, 21 Jun 2019 06:30 AM (IST)
महिला उत्पीड़न पर सामने आई पुलिस की लापरवाही
महिला उत्पीड़न पर सामने आई पुलिस की लापरवाही

जेएनएन, शाहजहांपुर : राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता बंसल की जनसुनवाई के दौरान महिला उत्पीड़न के मामलों में पुलिस की लापरवाही सामने आ गई। इस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को न सिर्फ फटकार लगाई बल्कि उनका जल्द निस्तारण कराकर रिपोर्ट भी मांगी है।

बुधवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य सबसे पहले जिला महिला अस्पताल पहुंची। जहां गर्भवती महिलाओं को लेकर चलाई जा रही योजनाओं के प्रचार-प्रसार का अभाव नजर आया। यहीं नहीं अस्पताल में बच्चों को जन्म देने वाली तमाम महिलाओं के खातों में सरकारी योजना के तहत दिए जाने वाले छह हजार रुपये तक नहीं पहुंचे थे। इस पर उन्होंने महिलाओं का खाता खुलवाकर जल्द धनराशि भिजवाने को कहा। साथ ही महिला अस्पताल में सफाई व्यवस्था के भी बेहतर इंतजाम रखने के निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जनसुनवाई के दौरान 25 शिकायती पत्र आये। जिनका जल्द निस्तारण कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इस मौके पर एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह, डीपीओ ज्योति शाक्य, सीओ सिटी महेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। घरेलू हिसा के थे सबसे ज्यादा मामले

सुनीता बंसल के सामने घरेलू हिसा के सबसे ज्यादा मामले पहुंचे। जिसमें एक से दो साल में ससुराल से प्रताड़ित कर घर से निकाले जाने के मामले शामिल थे। निगोही थाना क्षेत्र की कई महिलाएं जो छह मार्च को भी राज्य महिला आयोग की सदस्य के सामने फरियाद लेकर पहुंची थी उनका निस्तारण अब तक नहीं हुआ। इस पर उन्होंने सीओ से नाराजगी जताई। आशा ज्योति केंद्र के हॉल का खुलेगा ताला

राज्य महिला आयोग की सदस्य ने आशा ज्योति केंद्र का भी निरीक्षण किया। जहां हॉल में ताला पड़ा था साथ ही रात में भी महिलाओं व युवतियों के रुकने की व्यवस्था नहीं थी। इस पर उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अभय कुमार सिन्हा से फोन पर बात कर ताला खुलवाने को कहा। प्राचार्य ने गुरुवार तक ताला खुलवाने का भरोसा दिया। बेहोश हुई महिला

जनसुनवाई के दौरान महिला फरियादी निशा राज्य महिला आयोग की सदस्य के सामने बेहोश हो गई। उन्होंने तत्काल आशा ज्योति केंद्र की गाड़ी मंगवाकर निशा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

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