सिर्फ कागजों में बातें.. छह माह में गईं 184 लोगों की जान

हादसे रोकने के लिए कागजों में तमाम प्रयास किए जा रहे है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत भी प्लान तैयार किए जाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन धरातल पर इसका असर दिखाई नहीं पड़ रहा है। जिस वजह से जनवरी से अब तक 184 लोगों की हादसों में जान चली गई। इसके अलावा 190 लोग घायल भी हो गए। जिनमे कई लोग अभी भी जिदगी और मौत के बीच जूझ रहे है। मरने व घायल होने वालों में 40 फीसद से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों पर हुए हादसों वाले हैं

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 01:23 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 01:23 AM (IST)
सिर्फ कागजों में बातें.. छह माह में गईं 184 लोगों की जान
सिर्फ कागजों में बातें.. छह माह में गईं 184 लोगों की जान

जेएनएन, शाहजहांपुर : हादसे रोकने के लिए कागजों में तमाम प्रयास किए जा रहे है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत भी प्लान तैयार किए जाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन धरातल पर इसका असर दिखाई नहीं पड़ रहा है। जिस वजह से जनवरी से अब तक 184 लोगों की हादसों में जान चली गई। इसके अलावा 190 लोग घायल भी हो गए। जिनमे कई लोग अभी भी जिदगी और मौत के बीच जूझ रहे है। मरने व घायल होने वालों में 40 फीसद से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों पर हुए हादसों वाले हैं। आंकड़ों पर नजर

जिले में जनवरी 2021 में 47 हादसे हुए थे। जिसमे 21 लोगों की मौत हुई। जबकि 24 लोग घायल हुए थे। फरवरी माह में 47 हादसे हुए जिसमें 20 लोगों की मौत और 30 लोग घायल हो गए थे। मार्च में 51 हादसे हुए जिसमें 32 की मौत जबकि 28 लोग घायल हुए। अप्रैल माह में 58 हादसों में 39 की मौत 32 घायल हुए। मई में 44 हादसों में 27 की मौत 17 घायल, जून में 59 हादसों में 26 की मौत, 38 घायल हुए। 15 जुलाई तक 36 हादसों में 19 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि जनवरी से अब तक कोरोना क‌र्फ्यू की वजह से सामान्य दिनों के मुकाबले भीड़ भाड़ भी काफी कम रही है। फैक्ट फाइल

- 342 हादसे में जिले में जनवरी से अब तक हुए

- 184 लोगों की हादसे में मौत जनवरी से अब तक हुई।

- 190 लोग हादसे में जनवरी से अब तक घायल हुए।

- 667 हादसे वर्ष 2020 में हुए जिले भर में

- 328 लोगों की गत वर्ष जिले में लोगों की हादसे में मौत हुई

- 431 लोग गत वर्ष हादसे में घायल हुए थे यातायात नियमों का पालन करने से हादसों पर अंकुश लगेगा। लोगों को जागरूक करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिन मार्गों पर गड्ढे है उन्हें भरवाने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से भी बात की जा रही है।

एस आनंद, एसपी

chat bot
आपका साथी