संपत्ति के लिए की गई थी मां-बेटे की हत्या, वकील समेत तीन गिरफ्तार
संपत्ति के लिए परिवार के ही एक वकील ने अपने साथियों की मदद से मां-बेटे की हत्या कराई थी। पुलिस ने मंगलवार को वकील समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि इस मामले में एक आरोपित पहले ही जेल भेजा जा चुका है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : संपत्ति के लिए परिवार के ही एक वकील ने अपने साथियों की मदद से मां-बेटे की हत्या कराई थी। पुलिस ने मंगलवार को वकील समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि इस मामले में एक आरोपित पहले ही जेल भेजा जा चुका है।
क्षेत्र के चकचंद्रसेन गांव निवासी महेंद्र विक्रम सिंह उर्फ पिकू व उनकी बुजुर्ग मां शकुंतला देवी के 12 मई को शव चादर पर लिपटे चारपाई पर मिले थे। महेंद्र का किसी से विवाद नहीं थी ऐसे में उनकी हत्या करने का कोई ठोस कारण सामने नहीं आ रहा था। पुलिस भी कोई ठोस वजह नहीं नजर आ रही थी। हालांकि दैनिक जागरण ने 13 मई के अंक में 70 बीघा खेती तो नहीं बन गई मां-बेटा की हत्या का कारण शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी। पुलिस ने इस मामले में क्षेत्र के ही हारकटेटा गांव निवासी अरविद को 29 मई को जेल भेजा था। लेकिन तब पुलिस ने हत्या लूटपाट के इरादे से करने की बात बताई थी। जबकि दैनिक जागरण ने 28 मई के अंक में भी हत्या महेंद्र प्रताप के पड़ोसियों पर करने की जिक्र करते हुए खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद जब पुलिस ने जब संपत्ति को लेकर जब जांच पड़ताल शुरू की तो महेंद्र के पड़ोसी वकील भूपेंद्र सिंह का नाम सामने आया था। मंगलवार को पुलिस ने भूपेंद्र सिंह, खंडहर गांव निवासी आजम व मिर्जापुर थाना क्षेत्र के सिगाह गांव निवासी नेम सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि महेंद्र व उनकी मां की हत्या करने के बाद प्लानिग कर उनकी संपत्ति को अपने नाम कराना चाह रहे थे। प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह ने बताया कि आरोपितों को जेल भेज दिया गया।