प्रेमी युगल हत्याकांड: हालात कर रहे हत्या की ओर इशारा, पुलिस ढूंढ रही दूसरा एंगल

आशीष और बंटी की मौत गोली लगने से हुई लेकिन दोनों को गोली किसने मारी यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। आशीष के माता-पिता बंटी के पिता व भाइयों पर बेटे की हत्या का आरोप लगा रहे हैं लेकिन पुलिस इस घटनाक्रम में दूसरा एंगल भी तलाश रही है। आशीष की मौत को आत्महत्या से जोड़कर देख रही है। ऐसे में अब इंतजार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का है। उसके बाद ही आगे की स्थिति साफ होगी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 12:44 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 12:44 AM (IST)
प्रेमी युगल हत्याकांड: हालात कर रहे हत्या की ओर इशारा, पुलिस ढूंढ रही दूसरा एंगल
प्रेमी युगल हत्याकांड: हालात कर रहे हत्या की ओर इशारा, पुलिस ढूंढ रही दूसरा एंगल

जेएनएन, शाहजहांपुर : आशीष और बंटी की मौत गोली लगने से हुई, लेकिन दोनों को गोली किसने मारी यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। आशीष के माता-पिता बंटी के पिता व भाइयों पर बेटे की हत्या का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन पुलिस इस घटनाक्रम में दूसरा एंगल भी तलाश रही है। आशीष की मौत को आत्महत्या से जोड़कर देख रही है। ऐसे में अब इंतजार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का है। उसके बाद ही आगे की स्थिति साफ होगी।

शुक्रवार सुबह नौगवां गांव में आशीष व बंटी की मौत की जानकारी मिलते ही लोग सन्न रह गए। दोनों के घर के बीच बामुश्किल 150 मीटर की दूरी पर हैं। आशीष करीब तीन महीने से घर पर नहीं थे। उनका शव बंटी के घर से करीब दो सौ मीटर दूर मिला। दोनों के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग व परिवारों के बीच बिगड़े संबंधों की जानकारी गांव में लगभग हर किसी को थी। ऐसे में कहीं आपस में टकराव न हो इसलिए सूचना पर सीओ तिलहर परमानंद पांडेय तिलहर सर्किल के फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। कुछ देर बाद एएसपी ग्रामीण संजीव वाजपेयी, एसपी एस आनंद भी वहां गए। आशीष के पिता सुखपाल सिंह व मां कुसुमा ने बंटी के पिता कृष्णपाल सिंह पर बेटे की हत्या का आरोप लगाना शुरू कर दिए। जबकि बेटी की मौत पर बिलख रहे कृष्णपाल का कहना था कि उन्हें कुछ नहीं पता। वह खेत पर ही थे। इसके बाद पुलिस ने दोनों के स्वजन से काफी देर तक पूछताछ की।

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तो बंटी देती गवाही!

कुसुमा का आरोप है कि कृष्णपाल के बेटे आशीष को पकड़कर लेकर आए और यहां हत्या कर दी। उनका आरोप है कि बंटी की हत्या भी उन लोगों ने की। क्योंकि वह कहती थी कि अगर आशीष को कुछ हुआ तो वह उन लोगों का नाश कर देगी। वह उन लोगों के खिलाफ गवाही भी दे सकती थी। इसलिए वे लोग कुछ नहीं कर रहे थे। सुखपाल सिंह ने भी कृष्णपाल पर हत्या का आरोप लगाया है। हालांकि देर शाम तक उनकी ओर से इस मामले में कोई तहरीर नहीं दी गई। सुखपाल ने कहा कि बेटे के शव के पोस्टमार्टम के बाद ही वह आगे की कार्रवाई कराएंगे। नहीं सुन सकीं फायर की आवाज

बंटी की मां गुड्डी का हाल भी बेहाल था। उन्होंने बताया कि पति कृष्णपाल खेत पर गए थे। घर पर उनके अलावा बहू, छोटा बेटा व बेटी थे। रात दो बजे तक वह बेटी के पास छत पर थीं। उसके बाद नीचे आकर सो गईं। इसलिए उन्होंने फायर की आवाज नहीं सुनी। घर का पिछला दरवाजा कैसे खुला इस बारे में वह भी हैरान हैं। पुलिस के मंगाने पर ताला चाभी भी नहीं मिल पा रहा था। जेब में मिले कारतूस व खोखा

आशीष की जेब से एक जिदा कारतूस मिला है। एक खोखा भी मिला है। जो शव मिलने से डेढ़ से दो घंटे पहले प्रयुक्त हुआ लग रहा था, लेकिन आशीष के शव के पास कोई असलहा नहीं मिला। बंटी के शव के पास भी कोई असलहा या खोखा नहीं पाया गया। मोबाइल गायब, कपड़े सही सलामत

आशीष के कपड़े पूरी तरह से सही थे। वह पैंट शर्ट व जूते पहने हुआ था। हालांकि जिस जगह पर शव मिला है। वहां पर खून काफी कम मिला है। स्वजन के मुताबिक पीठ पर रगड़ के निशान भी हैं। आशीष का पर्स सही मिला है, लेकिन मोबाइल गायब है। एडीजी ने लिया संज्ञान

एडीजी अविनाश चंद्र ने भी घटना का संज्ञान लिया। उन्होंने एसपी एस आनंद से इस बारे में कई बार बात की। एसपी ने एक से दो दिन में घटना का राजफाश करने की बात कही। उन्होंने बताया कि महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। रात एक बजे तक क्षेत्र में लोकेशन

पुलिस की माने तो आशीष 15 सितंबर को कटरा के डभौरा गांव में अपने बहनोई के घर आ गए थे। इस बारे में उसके स्वजन को पता नहीं था। स्वजन बता रहे हैं कि मोबाइल पर बुधवार के बाद संपर्क नहीं हुआ, लेकिन पुलिस की पड़ताल में गुरुवार को रात एक बजे तक आशीष के मोबाइल की लोकेशन उसी क्षेत्र में मिल रही है। नौगवां के मोबाइल की लोकेशन भी इसी टावर पर आती है। ऐसे में माना जा रहा है कि आशीष गांव में या इसके आसपास थे। तीन माह पहले हुए झगड़ा

करीब तीन माह पहले आशीष और बंटी साथ मिले थे। तब काफी झगड़ा हुआ था। दोनों पक्षों की पंचायत भी हुई थी। हालांकि उस समय विवाद शांत करा दिया गया था। तय हुआ था कि दोनों आपस में नहीं मिलेंगे। पुलिस का मानना है कि अगर बंटी के स्वजन को आशीष के साथ कोई घटना करनी होती हो उसी समय कर देते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बंटी के दोनों भाई हरियाणा में बताए जा रहे हैं। ये भी दे रहे तर्क

पुलिस का मानना है कि आशीष बंटी से मिलने गए होंगे। वहां से आने के बाद उन्होंने अपने गोली मारकर जान दे दी। पैंट की जेब में जो खोखा मिला है वह बंटी पर चलाए गए कारतूस का हो सकता है। तमंचा कोई गांव वाला उठा ले गया होगा।

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