धान बेचने की आस में चली गई जान

जेएनएन शाहजहांपुर धान खरीद में हो रही मनमानी किसानों पर भारी पड़ने लगी है। सर्द रात

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 12:52 AM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 12:52 AM (IST)
धान बेचने की आस में चली गई जान
धान बेचने की आस में चली गई जान

जेएनएन, शाहजहांपुर : धान खरीद में हो रही मनमानी किसानों पर भारी पड़ने लगी है। सर्द रात में खुले आसमान के नीचे अपनी उपज के लिए उन्हें कई-कई दिन इंतजार करना पड़ रहा है। मंडी समिति में तौल के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे किसान को शुक्रवार शाम चक्कर आ गया, जिससे वह जमीन पर गिरकर घायल हो गए। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई।

क्षेत्र के दुमकापुर गांव निवासी विनोद राठौर मंडी समिति में लगे आरएफसी प्रथम क्रय केंद्र पर दो ट्राली धान लेकर पहुंचे थे, लेकिन तौल नहीं हुई। घर जाने की बजाय वह वहीं रुककर अपनी बारी आने का इंतजार करने लगे। शुक्रवार शाम करीब चार बजे विनोद मंडी परिसर में ही खड़े थे। तभी उनको अचानक चक्कर आया और वह जमीन पर गिर पड़े, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई। वहां मौजूद अन्य किसानों की सूचना पर स्वजन व बटाईदार के दामाद अकील सिद्दीकी मंडी पहुंचे। विनोद को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां हालत गम्भीर देखते हुए डाक्टर ने उन्हें राजकीय मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। वहां से स्वजन उन्हें बरेली ले जा रहे थे। रास्ते में विनोद की मौत हो गई। मंडी सचिव ने बताया कि शुक्रवार को अवकाश के कारण मंडी व क्रय केंद्र बंद थे। तौल नहीं हो रही थी। क्या घटनाक्रम हुआ है उन्हें इस बारे में नहीं पता है।

आरोप तीन सौ रुपये मांग रहे थे प्रभारी

रोते-बिलखते स्वजन जलालाबाद पहुंचे। विनोद के पिता रामनाथ ने बताया कि उनका बेटा दो दिन पहले मंडी आया था। आरोप लगाया कि केंद्र प्रभारी उनके बेटे से धान की तौल की एवज में तीन सौ रुपये प्रति क्विंटल मांग रहे थे। रुपये न देने के कारण तौल नहीं हो रही थी। इसी को लेकर विनोद तनाव में थे। इसी कारण उन्हें चक्कर आ गया और वह गिर गए। वे लोग इस मामले में तहरीर देंगे। बटाई पर लिया था खेत

रामनाथ ने बताया कि उनके पास आठ बीघा जमीन है। परिवार बड़ा है। ऐसे में बेटे ने गांव की शाहदीन का 30 बीघा खेत बटाई पर ले लिया था। किसी तरह परिवार की गुजर हो रही थी। उन्होंने बताया कि विनोद की बड़ी बेटी पूजा की शादी हो चुकी है। दूसरी बेटी रूपा की शादी पांच जनवरी को मिर्जापुर के ग्राम बहरिया में होनी है। दो अन्य बेटी शिवांगी, पारूल व बेटा शिवम हैं। पत्नी विमला का हाल बेहाल है। तहरीर

विनोद के पास 18 नवंबर का टोकन था। वह गुरुवार को अपना धान लेकर आए थे, लेकिन तौल नहीं हो सकी। उनका धान आज तौला जाना था, लेकिन अवकाश था। ऐसे में शनिवार को तौल होनी थी। रुपये मांगने का आरोप सरासर गलत है।

खुशीराम यादव, केंद्र प्रभारी आरएफसी प्रथम यह दुखद घटना हुई है। मंडी में शुक्रवार को तौल नहीं हो रही थी। किसान के पास एक दिन पहले का टोकन था। उनके धान की तौल शनिवार को की जानी थी।

बरखा सिंह, एसडीएम जलालाबाद मंडी समिति में हुई घटना के बारे में केंद्र प्रभारी व एसडीएम से बात की है। उन्होंने बताया है कि 18 नवंबर का टोकन था। शुक्रवार को अवकाश के कारण तौल नहीं हो सकी। किसान की मौत शौचालय में गिरने व सिर में चोट लगने के कारण हुई है। स्वजन के आरोप की जांच कराई जाएगी।

गिरिजेश चौधरी, एडीएम वित्त एवं राजस्व नोडल अधिकारी गेहूं खरीद

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