तेंदुए ने दूसरे बकरे का भी किया शिकार

छावनी क्षेत्र के जंगल में ¨पजरे के पास बंधे दूसरे बकरे को भी तेंदुए ने शिकार बना लिया।

By Edited By: Publish:Tue, 23 Jul 2019 07:43 PM (IST) Updated:Tue, 23 Jul 2019 10:39 PM (IST)
तेंदुए ने दूसरे बकरे का भी किया शिकार
तेंदुए ने दूसरे बकरे का भी किया शिकार

शाहजहांपुर, जेएनएन : छावनी क्षेत्र के जंगल में पिंजरे के पास बंधे दूसरे बकरे को भी तेंदुए ने शिकार बना लिया। जिसके अवशेष करीब 70 मीटर दूर झाड़ियों के पास डब्ल्यूटीआइ की टीम को मंगलवार सुबह मिला।

सोमवार शाम केंद्रीय विद्यालय वन की शिक्षक कालोनी की दीवार पर तेंदुआ बैठे होने पर शिक्षक व उनके परिजनों में खलबली मच गई थी। सेना के अधिकारियों को भी इस बावत जानकारी दी गई। लेकिन डब्ल्यूटीआइ की टीम ने इसे कोरी अफवाह बताया। तराई टाइगर प्रोजेक्ट के हेड प्रेम चंद्र पांडेय ने बताया कि जिस समय शिक्षक तेंदुए दीवार पर बैठे होने का दावा कर रहे थे उस समय कैमरे में तस्वीरें तेंदुए की पिंजरे के पास बंधे बकरे का शिकार कर उसे ले जाते हुए कैद हुई है। मंगलवार को जब फुटेज देखी गई तो टीम ने आस-पास उसकी तलाश शुरू कर दी। करीब 70 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में बकरे के अवशेष बरामद हुए है।

बांधा गया तीसरा बकरा

तराई टाइगर प्रोजेक्ट के हेड प्रेम चंद्र पांडेय ने बताया कि जिस स्थान पर बकरे के अवशेष मिले है उसी स्थान पर पिंजरा लगाकर एक और बकरा बांध दिया गया है। ताकि उसे जल्द पकड़ने में कामयाबी मिल सके। इसलिए बढ़ रही शिक्षकों में दहशत तेंदुए सबसे ज्यादा केंद्रीय विद्यालय के आस-पास ही देखा जा रहा है। कई बार शिक्षक कालोनी की बाउंड्री पर भी आकर बैठ गया। जिसे शिक्षकों व उनके परिजनों ने देखा भी है। जिस वजह से लगातार उन लोगों में दहशत बनी हुई है।

तेंदुए में बकरे को खाने की आदत आ रही है। हम लोग कामयाबी की ओर बढ़ रही है। अब एक बकरे को पिंजरे के अंदर बांधा गया है, जबकि दूसरे स्थान पर लगे ¨पजरे के अंदर भी बकरा बांधा गया है। जल्द ही तेंदुआ गिरफ्त में होगा। प्रेम चंद्र पांडेय, तराई टाइगर प्रोजेक्ट के हेड

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