शाहजहांपुर के जीत अमेरिकी सुरक्षा घेरे में सकुशल पहुंचे
जेएनएन शाहजहांपुर अफगानिस्तान के काबुल में फंसे जीत बहादुर सुरक्षित हैं। विदेश मंत्रालय
जेएनएन, शाहजहांपुर : अफगानिस्तान के काबुल में फंसे जीत बहादुर सुरक्षित हैं। विदेश मंत्रालय की मदद से वह अमेरिकी सेना के सुरक्षा घेरे वाले स्थान पर पहुंच गए। शाम में बहन को भेजे मैसेज के जरिए इसकी जानकारी दी तो स्वजन ने राहत की सांस ली। जीत ने कहा कि वह जल्द घर पहुंच जाएंगे।
चिनौर क्षेत्र निवासी जीत बहादुर काबुल की एक फैक्ट्री में कार्यरत हैं। दो दिन से उनका स्वजन से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था। सोमवार को आखिरी मैसेज में स्वयं के एक स्थान पर फंसे होने व खाने-पीने का सामान तक न मिलने की जानकारी दी थी, जिसके बाद से यहां उनके स्वजन परेशान थे। बुधवार को दैनिक जागरण में प्रकाशित विदेश मंत्रालय के हेल्पलाइन व वाट्सएप नंबर पर जीत बहादुर के स्वजन ने संपर्क किया। पूरी स्थिति बताते हुए जीत बहादुर की मदद की गुहार लगाई। वहां से कहा गया कि चिता न करें। जीत बहादुर को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा, लेकिन इसके बाद भी उन लोगों का मन न माना। दिन में कई बार काल व मैसेज के जरिए मदद के लिए संपर्क करते रहे। इसका परिणाम नजर आया। साथ में 150 भारतीय और
शाम चार बजे जीत का अपनी बहन संतोषी के मोबाइल पर मैसेज आया, जिसमें उन्होंने बताया कि वह सुरक्षित हैं। जिस स्थान पर हैं वहां पर बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। उन्होंने कहा कि तनाव न लें। उम्मीद है कि अब जल्द घर वापस आ जाएंगे। उनके साथ करीब डेढ़ सौ भारतीय और हैं। अमेरिकी सेना सभी की मदद कर रही है। वहां पर खतरे जैसे कोई बात नहीं है। जीत बहादुर की सलामती की जानकारी से स्वजन ने कुछ राहत की सांस ली। दिन भर होती रही पूजा व प्रार्थना
दिन भर जीत के घर परिचितों व रिश्तेदारों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। मां, बहन, भाई भगवान से प्रार्थना करते रहे कि उनकी सकुशलता की सूचना मिल जाए। अब जीत के घर आने का इंतजार है। जिस तरह की स्थिति वह बता रहे हैं उससे माना जा रहा है कि एयरपोर्ट या उसके आसपास के किसी स्थान पर हैं। क्योंकि अमेरिकी सैनिक उसी स्थान पर ज्यादा संख्या में तैनात हैं।