भद्रशीला के भगीरथों ने महियापुर में किया जलाभिषेक

सावन के अंतिम सोमवार को भद्रशीला के भगीरथों ने तड़के पांच बजे भगवान परशुराम के गुरुकुल गुलौलाखेड़ा के प्राचीन कुएं से जल भरकर महियापुर तक अध्ययन यात्रा निकाली।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 11:35 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 06:05 AM (IST)
भद्रशीला के भगीरथों ने महियापुर में किया जलाभिषेक
भद्रशीला के भगीरथों ने महियापुर में किया जलाभिषेक

जेएनएन, शाहजहांपुर : सावन के अंतिम सोमवार को भद्रशीला के भगीरथों ने तड़के पांच बजे भगवान परशुराम के गुरुकुल गुलौलाखेड़ा के प्राचीन कुएं से जल भरकर महियापुर तक अध्ययन यात्रा निकाली। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले गांव गोपालपुर ठठिउरा के शिव मंदिर में जलाभिषेक किया। इसके बाद गणेशपुर से होते हुए महियापुर के शिवालय पहुंचे जहां जलाभिषेक किया। यहां 90 वर्षीय बुजुर्ग रामभरोसे लाल मिश्रा से भद्रशीला के संस्मरण साझा किए।

युवाओं ने लिया सदानीरा का संकल्प

महियापुर में भद्रशीला अध्ययन यात्रा पहुंचने पर भद्रशीला मइया के जयघोष के साथ युवाओं ने नदी को सदानीरा बनाने का संकल्प लिया। यात्रा नायक समाजसेवी अखिलेश पाठक ने यात्रा के दौरान जीवित किए गए कुओं के साथ यात्रा का व्याख्यान किया। यात्रा में लोक भारती के प्रांतीय संगठन मंत्री संजय उपाध्याय समेत ऋषि द्विवेदी, रामवीर मौर्या, बलराम सिंह, रामबहादुर, रामखिलावन मौजूद रहे।

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